मुंबई: कहते हैं बॉलीवुड से या फिर देश की आर्थिक राजधानी के रुप में मुंबई पहचान है। लेकिन ऐसा नहीं। कम ही लोग इसके आध्यात्मिक पहलू से भी रुबरू होगे। यहां कई प्रसिद्ध मंदिर है। जिनमें सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई के सबसे सुंदर मंदिरों में से एक है। भगवान गणेश को समर्पित इस मंदिर को मुंबई के सबसे अमीर मंदिरों में भी गिना जाता है। 1901 में बने इस मंदिर को 'नवरचना गणपति' के नाम से भी जाना जाता है।
इस सूची में दूसरा मंदिर महालक्ष्मी मंदिर है जिसे 1831 में ढकजी दादाजी नाम के एक हिंदू व्यापारी ने बनवाया था। मंदिर में त्रिदेवी देवी महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती के चित्र हैं। वालकेश्वर मंदिर या बाणगंगा मंदिर मुंबई का एक ऐतिहासिक मंदिर है। यह दक्षिण मुंबई में मालाबार हिल के वालकेश्वर क्षेत्र में शहर के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित है।
ऐसे निशान व्यक्ति को हाथ में है तो दिलवाते है राजयोग व अप्रत्याशित धन
मुंबई शहर में छठी शताब्दी में बना एक पुराना मंदिर भी है। ये मुम्बा देवी को समर्पित है। वैसे ये पवित्र तीर्थ स्थान एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है।बाबुलनाथ मंदिर भगवान बाबूनाथ (भगवान शिव) को समर्पित है। मंदिर 1780 में बनाया गया था और महाशिवरात्रि के दौरान लाखों लोग यहां दर्शन करने के लिए आते हैं।हरे कृष्ण भूमि (इस्कॉन) मुंबई के जुहू क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर मुंबई में भगवान कृष्ण के सबसे सुंदर मंदिर के रूप में सूचीबद्ध है। यह स्थान भक्तों के लिए एक ध्यान केंद्र के रूप में भी कार्य करता है।
वैष्णो देवी मंदिर मुंबई के मलाड में स्थित है। इस मंदिर की आंतरिक संरचना जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर के समान है। कृत्रिम गुफाएं और मंदिर की वास्तुकला आपको एक यादगार अनुभव देगी।यह स्वामीनारायण मंदिर मुंबई के सबसे पुराने मंदिरों में गिना जाता है। यह मुंबई में भुलेश्वर इलाके में बना हुआ है।बालाजी मंदिर नेरुल की एक छोटी पहाड़ी पर बना है। मंदिर तिरुपति में प्रसिद्ध वेंकटेश्वर मंदिर का लघु संस्करण है।मुंबई का मिनी सबरीमाला मंदिर केरल राज्य के बाहर बना पहला प्राचीन अय्यप्पा मंदिर है। केरल में मूल सबरीमाला मंदिर के विपरीत कोई भी इस मंदिर में साल भर जा सकता है।इसके अलावा यहां हाजीअली का प्रसिद्ध दरगाह है। जहां जाने से भी मुराद पूरी होती है।