लखनऊ: आजकल तो न्यूकिलियर फैमिली का चलन है, ऐसे में ज्वॉइंट फैमिली में रिश्तों को सहेजकर रखना भी आसान नहीं होता । रिश्ते नातों में अपनापन बना रहे, इसके लिए जरूरी है हमारा व्यवहार और भाग्य का भी साथ होना। तभी हम ताउम्र रिश्ते निभा पाते हैं। हमारे आसपास की ऊर्जा हमारी पर्सनालिटी और व्यवहार को प्रभावित करती है। ऐसे में हमारे आसपास ऊर्जा का संतुलन होना बेहद जरुरी है। वास्तु के इन उपायों से हम नकारात्मक ऊर्जा को संतुलित कर अपने रिश्तों की डोर को और मजबूत बना सकते हैं।
आगे पढ़ें..
अपने घर को साफ और व्यवस्थित रखें। हर चीज की एक जगह तय हो। आपके सोने के कमरे में क्या फोटो हैं, इसका प्रभाव भी आप पर पड़ता है। बेडरूम में जोड़े वाली राधा-कृष्ण की फोटो लगानी चाहिए। शयनकक्ष में एक्वेरियम या मछलीघर को नहीं रखना चाहिए। माना जाता है कि शयन कक्ष में इसे रखने से पति-पत्नी के बीच तनाव का माहौल बन जाता है।
आगे पढ़ें..
बेड का आकार सामान्य होना चाहिए। अनियमित आकार का बेड नहीं होना चाहिए। बिस्तर के नीचे रखी हुई पुरानी चीजें हटा दें। शयनकक्ष में बेड के आसपास भी सफाई होनी चाहिए। घर में हल्के रंगों के पेंट का उपयोग करें, जिससे आपका मन शांत रहे।
आगे पढ़ें..
गहरे तथा भड़कीले रंगों से दूर रहें। घर के सभी दरवाजे पूरी तरह से खुलने और बंद होने चाहिए। इनको खोलते या बंद करते वक्त कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। सकारात्मक बने रहने के लिए अपने लिए जो कपड़े उपयुक्त हों, उन्हें ही पहनें।