वास्तु दोष को करें अपने घर से दूर, रहेंगे हरदम बीमारियों से मुक्त

Update:2019-03-09 11:10 IST

जयपुर:अच्छी जीवनशैली और खानपान के बाद भी घर में लोग एक के बाद एक बीमार होते हैं और उनकी तबियत अधिकतर समय खराब ही रहती हैं। इसके पीछे का कारण वास्तुदोष भी होता हैं। घर में वास्तु का महत्व है और अगर घर वास्तु संगत ना हो तो इसका असर आपके जीवन पर पड़ता हैं। इसलिए सेहत से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स से सेहत में सुधार ला सकते हैं।

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सुबह की ताज़ी हवा आने के लिए कमरे में उपयुक्त खिड़की होनी चाहिए। शयनकक्ष में झूठे बर्तन बहुत अधिक समय तक नहीं रखने चाहिए। साथ ही साथ और महत्वपूर्ण बात कि अगर आप शयनकक्ष में कोई तस्वीर लगा रहे हैं तो नकारात्मक तस्वीर का तो प्रयोग बिलकुल भी ना करें।

फेंगशुई यानी चीनी वास्तुशास्त्र के अनुसार क्रिस्टल बॉल और सूर्य की पेंटिंग घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर करती है। इन्हें घर में सही स्थान पर रखकर घर की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाया जा सकता है।

भारतीय वास्तुशास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा एक अचूक दवा की तरह स्वास्थ्य की रक्षा करता है। यह देखा गया है कि यदि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, उस घर के लोग छोटी या मौसमी बीमारियों से प्राय: दूर रहते है।

घर या कार्यालय में खुले हुए स्नानगृह तथा शौचालय स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। स्नानगृह तथा शौचालय से बहुत सारी नकारात्मक ऊर्जा उत्सर्जित होती है इसलिए उन्हें बंद करके रखना सबसे बेहतर है।

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यदि आप घर बना रहे हैं तो अपने घर की सीढियों को घर के कोने में बनवाएं। क्योंकि जो व्यक्ति अपने घर में सीढियां बिल्कुल घर के बीच में बनवाते हैं। उनकी तबियत अधिकतर ख़राब रहती हैं।

सरल वास्तु के अनुसार ऐसी काम में न लायी हुई दवाईयों को घर में रखने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है क्योंकि यह दवाईयां पिछली बीमारियों की नकारात्मक मानसिक छवि का प्रतिनिधित्व करते हैं।

बीम के नीचे बैठकर या खंबे के पास बैठकर काम करना टालें, क्योंकि उससे सेहत पर गंभीर प्रभाव पडता है। बीम संपूर्ण आवास की नकारात्मक ऊर्जा को खींच लेती है जो आपको हस्तांतरित होती है। इसलिए स्थायी रूप से उस जगह पर बैठने से बचें।अच्छा स्वास्थ्य काफी कुछ हमारे सोने की अवस्था पर भी निर्भर करता हैं। जैसे यदि आप अपना सिर दक्षिण दिशा की ओर करके सोते हैं तो आपका स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहेगा। इसके अलावा यदि आपको पित्त की शिकायत हैं तो आप अपने दाहिने हाथ की ओर करवट लेकर सो सकते हैं तथा यदि आपको कफ की शिकायत हैं। तो वास्तुशास्त्र के अनुरूप आपको बाई और करवट लेकर सोना चाहिए।

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