विवाह में बाधा के कारण: जल्द शुरू होने वाला है शादी सीजन, विवाह में हो रहा है विलंब तो जल्द कर लें ये उपाय

विवाह में बाधा के कारण: ऐसा माना जाता है कि किसी का विवाह कब होना है, यह भाग्य पर ही निर्भर करता है, लेकिन यदि विवाह में देरी हो रही है तो किस ग्रह बाधा के कारण है यह जान सकते हैं कुंडली से ,ऐसे जल्द विवाह संबंधी दोष दूर करें।

Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update:2021-10-06 12:03 IST

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

विवाह में बाधा के कारण

अभी त्त्योहारों का सीजन चल रहा है। इसके बाद शादियों का सीजन शुरू होगा। जो देवउठनी एकादशी के बाद 15 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस साल नवबंर दिसंबर में कुल 13 मुहूर्त शादियों के हैं। वैसे भी  देवउठनी एकादशी के बाद विवाह यज्ञादि सारे शुभ काम शुरू हो जाते हैं। ऐसे में जिन लोगों ने इस साल शादी करने का मन बनाया है। वो लड़के – लड़कियां इस साल 13 दिनों में किसी भी विवाह मुहूर्त ( Vivah Muhurat ) में अपने लिए शादी की तारीख फिक्स करवा सकते है।

नवंबर 2021 शादी के मुहूर्त

15 नवंबर 2021

16 नवंबर 2021

20 नवंबर 2021

21 नवंबर 2021

28 नवंबर 2021

29 नवंबर 2021

30 नवंबर 2021

दिसंबर 2021 शादी के मुहूर्त

1 दिसंबर 2021

2 दिसंबर 2021

6 दिसंबर 2021

7 दिसंबर 2021

11 दिसंबर 2021

13 दिसंबर 2021

शादी मुहूर्त से पहले कुंडली के ग्रह दोष दूर करें

विवाह योग्य जातक जिनकी उम्र शादी की हो गई है या होने वाली है या शादी की उम्र पार हो रही है, किसी वजह से शादी नहीं हो पा रही है तो वो जल्दी शादी के लिए कुछ उपाय आजमा लें। इन उपायों से लड़के-लड़की की शादी सही समय पर होती है। ऐसा माना जाता है कि किसी का विवाह कब होना है, यह भाग्य पर ही निर्भर करता है। लेकिन यदि विवाह में देरी हो रही है तो किस ग्रह बाधा के कारण विवाह में विलंब हो रहा है यह जान सकते है। कुंडली के ग्रह दोषों को दूर करने के लिए निम्न उपाय करें, जल्द विवाह संबंधी दोष दूर करते है।

कुंडली में कब होता है दोष तो शादी में होगा विलंब

  •  अगर आपकी कुंडली में दोष होते है तो उस परिस्थिति में विवाह देर से होता है। कुंडली के सप्तम घर  में  बुध और शुक्र दोनों हो तो विवाह काफी समय के बाद होता है। इसी भाव में शनि और गुरु हो तो शादी देर से होती है। 
  • अगर आपकी कुंडली में चौथे घर या पहले घर में मंगल हो और सातवें भाव में शनि हो तो व्यक्ति का मन शादी जैसे रिश्तों में नहीं लगता है। 
  • चंद्र से सप्तम में गुरु हो तो शादी देर से होती है। चंद्र की राशि कर्क से गुरु सप्तम हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।सप्तम में त्रिक भाव का स्वामी हो, कोई शुभ ग्रह योगकारक नही हो तो विवाह में देरी होती है।
  •  सूर्य, मंगल या बुध लग्न या लग्न के स्वामी पर दृष्टिगोचर हों तो  व्यक्ति में आध्यात्मिकता अधिक होने से विवाह में देरी होती है।
  • प्रथम भाव में, सप्तम भाव में और बारहवें भाव में गुरु या शुभ ग्रह योग कारक न हो और चंद्रमा कमजोर हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं। अगर आपकी कुंडली में सप्तमेश  शनि से पीड़ित हो तो विवाह देर से होता है। राहु की दशा में शादी हो या राहु सप्तम भाव को पीड़ित कर रहा हो तो शादी होकर टूट जाती है।


शादी के लिए कुंडली में सूर्य दोष का निवारण

  • यदि किसी लड़के या लड़की की कुंडली में सूर्य की वजह से शादी में बाधा हो तो प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में सूर्य को जल चढ़ाएं और इस मंत्र का जप करें। मंत्र: ऊँ सूर्याय: नम:।तांबे का एक चौकोर टुकड़ा जमीन में दबा दें, इससे सूर्य की बाधा समाप्त हो जाएगी। जल्द शादी होगी।

शादी के लिए कुंडली में मंगल दोष का निवारण

  • कुंडली में मंगल के कारण शादी में विलंब होने पर चांदी का चौकोर टुकड़ा सदैव अपने पास रखें। शादी जल्द होगा। साथ ही मंगल ग्रह का दक्षिण दिशा से संबंध है। इसलिए मंगल को शांत करने के लिए दक्षिण दिशा में नीम का पौधा लगाएं, अगर ऐसा करने में कोई समस्या है तो मंगलवार के दिन नीम के पेड़ में जल चढ़ाकर इस समस्या को हल कर सकते हैं। जीवन से मंगल दोष का प्रभाव खत्म करने के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। मंगलवार और शनिवार के दिन मंदिर जाकर दिया जलाएं।


शादी के लिए कुंडली में शनि-राहु दोष का निवारण

प्रति शनिवार को शिवजी पर काले तिल चढ़ाएं, इससे शनि की बाधा समाप्त हो जाएगी और शादी शीघ्र होगी।

शनिवार को बहते पानी में नारियल बहाएं, इससे राहु की बाधा दूर होगी।

शादी के लिए कुंडली में गुरु दोष का निवारण

अगर कुंडली में गुरु दोष है तो गुरुवार के दिन स्‍नान से पहले पानी में एक चुटकी हल्दी डालें और इस पानी से स्नान करें। इसके बाद 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें । केले के वृक्ष पर जल और धूप दीप अर्पित करें। गायत्री मंत्र को बहुत शक्तिशाली मंत्र माना गया है। यदि आपने किसी को गुरु नहीं बनाया है तो आपको नियमित रूप से गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे आपका गुरु ही नहीं बल्कि सूर्य ग्रह भी मजबूत होगा। कुंडली में गुरु दोष हो तो उसे दूर करने के लिए गुरुवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान व‍िष्णु की पूजा-अर्चना करके विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। ऐसा करने से विवाह जल्दी होती है।

गुरु के लिए न करें यह काम

गुरुवार के दिन कुछ बातों को नहीं करना चाहिए वर्ना गुरु और कमजोर होता है। गुरुवार के दिन शरीर पर साबुन लगाना, बाल धोना और कटवाना अशुभ माना जाता है। ऐसा नहीं करना चाहिए। साथ ही गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न उधार लें। इससे गुरु की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती है और धन की हानि, आर्थिक कष्‍ट और ज्ञान में कमी आती है। विवाह में भी बाधा आती है।



 

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