वॉशिंगटन: जब से ये खबर आ रही है कि वॉट्सऐप अपनी इंफॉर्मेशंस फेसबुक से शेयर करेगा, तब से यूजर्स में प्राइवेसी को लेकर सनसनी मच गई है। फेसबुक ने पॉलिसी में उस बात को दरकिनार किया है, जिसमें कहा गया था कि यूजर्स का प्राइवेट डाटा शेयर नहीं किया जाएगा।
क्या है पूरी स्कीम
फेसबुक के साथ अपनी स्कीम पर वॉट्सऐप ने कहा- यूजर्स की प्राइवेसी का ध्यान रखा जाएगा। वॉट्सऐप का मेन एम था कि लोग एक-दूसरे को जान सकें और प्राइवेसी भी सिक्योर रहे। उसेमें कोई चेंज नहीं होने वाला है। लेकिन अब बदली हुई पॉलिसी में फेसबुक को वॉट्सऐप यूजर के फोन नंबर देखने का राइट होगा। इसके जरिए फेसबुक, दोनों जगह यूजर्स के डाटा पर नजर रखेगा।
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2014 में टेकओवर हुआ था वॉट्सऐप
वॉट्सऐप के मुताबिक, 'यूजर्स के लिए ये एक अच्छा एक्सपीरियंस होगा और थोड़ा परेशानी भरा भी हो सकता है। 2014 में फेसबुक ने वॉट्सऐप को टेकओवर किया था। उस समय यूजर्स से कई वादे के गए थे। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा था, 'वॉट्सऐप को लेकर हम कोई प्लान चेंज करने नहीं जा रहे। यह भी कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसे ट्रेड पॉलिसीज का वॉयलेशन माना जाएगा और कंपनी को जांच का सामना करना पड़ेगा।
एफटीसी (FTC) एक तरह से लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी है। वो पहले से रूल्स को फॉलो करने की बात कह चुकी है। इस मामले में एफटीसी ये पूछ सकती है कि वॉट्सऐप ने किसकी परमिशन से पॉलिसी बदली। जबकि 2014 में इसकी बात तक नहीं कही गई एक एक्सपर्ट विलियम मैक्गेवरान के अनुसार, अगर फेसबुक और वॉट्सऐप ने अपनी प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर FTC से कंसल्ट नहीं किया है तो ये उन पर भारी पड़ सकता है।
वॉट्सऐप का नया प्लान
विवाद से बचने के लिए वॉट्सऐप ने रास्ता निकाला है।उसके अनुसार यूजर्स को स्क्रीन पर एक कंट्रोल बटन दिखेगा। अगर आप फेसबुक से ऐड के लिए अपनी इन्फॉर्मेशन शेयर नहीं करना चाहते, तो इससे आप हट सकते हैं। ये य़ूजर्स पर डिपेंड करेगा की यूजर्स के साथ डाटा फेसबुक से शेयर करना है या नहीं।