BYD vs Tesla vs Exponent Energy: कौन होगी सबसे तेज EV चार्जिंग तकनीक में भारत, चीन और टेस्ला की प्रतिस्पर्धा
BYD vs Tesla vs Exponent Energy Charging Technology: BYD अपनी मेगावाट फास्ट-चार्जिंग तकनीक के कारण सुर्खियों में है। वहीं, भारतीय स्टार्टअप कंपनी एक्सपोनेंट एनर्जी अपने EVs के लिए 3,000 चार्जिंग साइकिल लाइफ की वारंटी देता है।;
BYD vs Tesla vs Exponent Energy (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
BYD vs Tesla vs Exponent Energy: एक्सपोनेंट एनर्जी (Exponent Energy) एक भारतीय स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना 2020 में अरुण विनायक और संजय बल्याल ने की थी। यह स्टार्टअप इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के लिए अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग तकनीक पर काम कर रहा है।
एक्सपोनेंट एनर्जी ने पहले ही 1MW फास्ट चार्जिंग सिस्टम भारत में लॉन्च कर दिया है। अब 2025 के अंत तक कंपनी दुनिया का पहला 1.5MW अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग सिस्टम लॉन्च करने की तैयारी में है। EVs के लिए 3,000 चार्जिंग साइकिल लाइफ की वारंटी देता है। यह सिस्टम सिर्फ 15 मिनट में EVs को फुल चार्ज कर सकता है।
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
कंपनी का चार्जिंग इकोसिस्टम:-
बैटरी पैक।
चार्जिंग स्टेशन।
चार्जिंग कनेक्टर।
विस्तार और सफलता: Exponent Energy के 1,700 से अधिक EVs पहले ही भारत में तैनात हैं। इन वाहनों ने अब तक 20 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की है। दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, अहमदाबाद, कोलकाता और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में कंपनी का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है। Exponent ने अब तक $44.6 मिलियन की फंडिंग जुटाई है, जिसमें Hero MotoCorp, Eight Roads Ventures और Lightspeed जैसे बड़े निवेशकों का सहयोग शामिल है।
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चीन की BYD (Build Your Dreams):
कंपनी का परिचय: BYD चीन की एक प्रमुख EV निर्माता कंपनी है। यह कंपनी अपनी मेगावाट फास्ट-चार्जिंग तकनीक के कारण सुर्खियों में है।
तकनीक और उपलब्धि: BYD ने हाल ही में एक नया सुपर ई-प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म 1MW फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। BYD के चार्जिंग सिस्टम से EV को सिर्फ 5 मिनट में 400 किमी की रेंज मिलती है। इसकी पीक चार्जिंग पावर 1,000kW है।
विस्तार और प्रभाव: BYD अपने चार्जिंग सिस्टम से पारंपरिक पेट्रोल रिफ्यूलिंग और EV चार्जिंग के बीच का अंतर कम करना चाहता है। कंपनी का उद्देश्य है कि EV चार्जिंग उतनी ही तेज हो जाए जितनी पेट्रोल भरने की प्रक्रिया।
भारत vs चीन: EV चार्जिंग में प्रतिस्पर्धा
Exponent Energy की खासियत: Exponent का सिस्टम व्यावसायिक रूप से उपलब्ध लिथियम-आयन सेल्स का उपयोग करता है, जिससे यह अधिक किफायती और सुलभ है। कंपनी का दावा है कि उनका चार्जिंग सिस्टम BYD की तुलना में 10 गुना अधिक सुलभ है। Exponent की तकनीक भारतीय बाजार में तेजी से विस्तार कर रही है।
BYD की ताकत: BYD के पास बड़े पैमाने पर उत्पादन क्षमता और वैश्विक बाजार में मजबूत पकड़ है। BYD का चार्जिंग सिस्टम 400 किमी रेंज सिर्फ 5 मिनट में देने में सक्षम है, जो क्रांतिकारी है। कंपनी ग्लोबल EV चार्जिंग स्टैंडर्ड को नया आयाम देने में लगी है।
सीईओ का बयान: Exponent Energy के सीईओ और सह-संस्थापक अरुण विनायक का कहना है कि भारत को अब ICE (Internal Combustion Engine) के अनुयायी की बजाय EV तकनीक का अगुवा बनना चाहिए। उन्होंने कहा, "BYD की 1MW चार्जिंग तकनीक को लेकर काफी उत्साह है, लेकिन हमारे पास पहले से ही 1MW चार्जिंग उपलब्ध है।" Exponent की तकनीक मानक ऑफ-द-शेल्फ सेल्स का उपयोग करती है, जिससे यह 10 गुना अधिक सुलभ और किफायती हो जाती है।
अरुण विनायक ने यह भी कहा कि भारत को सेल मटेरियल साइंस में BYD जैसी क्षमता विकसित करने की जरूरत है। वे आशान्वित हैं कि Exponent Energy जल्द ही भारतीय सेल निर्माता के साथ साझेदारी करेगी।
Exponent की क्षमता: कंपनी का चार्जिंग सिस्टम 15 मिनट में EVs को फुल चार्ज कर देता है। Exponent का लक्ष्य है कि भारत में EV चार्जिंग तकनीक को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया जाए। कंपनी ने अब तक भारत में 1,700 से अधिक EVs तैनात किए हैं, जिन्होंने 20 लाख किलोमीटर की दूरी तय की है।
BYD के संस्थापक वांग चुआनफू का बयान: BYD के अरबपति संस्थापक वांग चुआनफू ने कहा कि कंपनी का नया सुपर ई-प्लेटफॉर्म सिर्फ पांच मिनट के चार्ज पर 400 किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम है। BYD का सिस्टम 1,000kW (1MW) की पीक चार्जिंग पावर देता है। उन्होंने कहा कि BYD की चार्जिंग तकनीक पारंपरिक पेट्रोल रिफ्यूलिंग के बराबर तेजी प्रदान करती है।
BYD की भारत में स्थिति: BYD ने 2007 में भारतीय बाजार में प्रवेश किया था। 2024 तक कंपनी की भारत में 3% बाजार हिस्सेदारी है। कंपनी ने 2023 में 40% बिक्री वृद्धि दर्ज की थी। BYD की मेगावाट फास्ट चार्जिंग तकनीक EV इंडस्ट्री में नया मानक स्थापित कर रही है।
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
टेस्ला की स्थिति: एलन मस्क के नेतृत्व वाली टेस्ला का सुपरचार्जर नेटवर्क वाहनों को 15-20 मिनट में 80% चार्ज करता है। BYD के 5 मिनट में 400 किमी चार्जिंग सिस्टम की घोषणा के बाद, टेस्ला के शेयर की कीमत में 5.5% गिरावट आई। इस गिरावट के साथ, टेस्ला के मूल्यांकन में 2024 में अब तक 44% की कमी आ चुकी है। निवेशक टेस्ला की घटती बिक्री को लेकर सतर्क हैं।
भारत में टेस्ला की रणनीति: टेस्ला भारतीय बाजार में प्रवेश की योजना बना रही है। कंपनी को BYD से कड़ी टक्कर मिलेगी, क्योंकि BYD पहले ही भारत में स्थापित हो चुकी है और उसके पास एक मजबूत नेटवर्क है। इलेक्ट्रेक की रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला की डिलीवरी 2024 की पहली तिमाही में पिछले दो वर्षों में सबसे कम रहने की संभावना है।
भारत की Exponent Energy और चीन की BYD, दोनों ही इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग तकनीक में क्रांति ला रही हैं। Exponent Energy की खासियत उसकी किफायती और सुलभ चार्जिंग तकनीक है, जो भारतीय बाजार में तेजी से पकड़ बना रही है। वहीं, BYD की अत्याधुनिक मेगावाट फास्ट-चार्जिंग तकनीक ग्लोबल स्तर पर नया मानक स्थापित कर रही है। आने वाले वर्षों में इन दोनों कंपनियों की होड़ इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में बड़ा बदलाव ला सकती है।