Razia Sultan: बिहारी बिटिया ने रचा इतिहास, बनी राज्य की पहली मुस्लिम महिला DSP
Razia Sultan: मुस्लिम समाज से आने वाली बिहार की पहली डीएसपी मुस्लिम महिला रजिया सुल्तान ने एक नया इतिहास रचा है।
Razia Sultan: मुस्लिम समाज से आने वाली बिहार की पहली डीएसपी मुस्लिम महिला रजिया सुल्तान (Razia Sultan) ने एक नया इतिहास रचा है। रजिया (27) उन 40 अभ्यर्थियों में से एक हैं, जिन्हें डीएसपी के रूप में चुना गया है।
बता दें कि हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ था। इस परीक्षा में कुल 40 अभ्यार्थियों का डीएसपी के रूप में चयनित किए गए है, जिनमें से एक रजिया सुल्तान का भी नाम शामिल है। इन चयन में चार मुस्लिम अभ्यार्थियों का चयन हुआ है। इन्हीं में से एक रजिया भी है।
कौन है राजिया सुल्तान (Who is Rajia Sultan)
जानकारी के मुताबिक, रजिया बिहार के गोपालगंज में स्थित हथुआ की रहने वाली है। वे राज्य के विद्युत विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर कार्य करती है। रजिया जल्द ही इस पद को छोड़ खाकी वर्दी धारण करेगी। रजिया की पढ़ाई झारखंड के बोकारो में हुई है। वहीं राजस्थान से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उनके पिता मो. असलम अंसारी का निधन 2016 में हो गया था। वे बोकारो स्टील प्लांट में स्टेनोग्राफर के पद पर कार्यरत थे। वहीं उनकी अम्मी बोकारो में ही रहती है। वे सात भाई-बहन है, जिसमें से वे सबसे छोटी है। उनका एक भाई है, जो झांसी में जॉब करता है।
रजिया का कहना है कि वे बचपन से चाहती थी कि वे लोक सेवा आयोग (PSC) की परीक्षा में शामिल हो और सफल हो। आज उनका ये सपना पूरा हो गया है। वहीं 2017 में रजिया राज्य के विद्युत विभाग में बतौर असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। इस पद पर रहते हुए उन्होंने बीपीएससी (BPSC) की तैयारी की। कड़ी मेहनत और लगन के बाद रजिया ने पहली कोशिश में बीपीएससी (BPSC) की परीक्षा पास कर लिया।
बेटियों को जरूर पढ़ाए- रजिया
रजिया का कहना है कि "मां-बाप को अपनी बेटियों को जरूर पढ़ाना चाहिए। यदि बेटियों में कुछ दिखाने का जज्बा हो तो माता-पिता को जरूर उनका साथ देना चाहिए। बेशक बेटियों को आगे बढ़ाने में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, समाज में तरह-तरह की बातें होती है, लेकिन इन बातों को नजरअदांज कर माता-पिता उन्हें पढ़ाए।"