Budget 2023: वित्त मंत्री सीतारमण बोलीं, अमृत काल का है पहला केंद्रीय बजट, विकास दर 7 फीसदी रहने का अनुमान
Budget 2023-24: अमृत काल में यह पहला बजट है, यह बजट पिछले बजट में रखी गई नींव और India@100 के लिए रखे गए ब्लूप्रिंट पर बनने की उम्मीद करता है।
Budget 2023-24: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधार को कहा कि 1 अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्तीय वर्ष के लिए भारत का केंद्रीय बजट अमृत काल में पहला बजट है। चालू वित्त वर्ष में भारत का विकास दर 7 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है।
India@100 ब्लूप्रिंट को बनाने में करेगा मदद
संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि अमृत काल में यह पहला बजट है, यह बजट पिछले बजट में रखी गई नींव और India@100 के लिए रखे गए ब्लूप्रिंट पर बनने की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि हम एक समृद्ध और समावेशी भारत की कल्पना करते हैं जिसमें विकास का फल सभी तक पहुंचे
उन्होंने कहा कि अमृत काल के लिए हमारी दृष्टि में मजबूत सार्वजनिक वित्त और एक मजबूत वित्तीय क्षेत्र के साथ एक प्रौद्योगिकी-संचालित और ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था शामिल है। 'सबका साथ, सबका प्रयास' के माध्यम से इस 'जनभागीदारी' को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।
वैश्विक मंदी के आंशकाओं के बीच देश का विकास दर इतना रहना का अनुमान
विश्व फलक पर भारत के बढ़ते मान को उल्लेख करते हुए सीतारमण ने कहा कि दुनिया ने भारत को एक चमकीले सितारे के रूप में मान्यता दी है। विश्व में रुस और यूक्रेन के युद्ध के वजह से मंदी आने की आंशका के चलते भारत का चालू वर्ष के लिए विकास दर 7.0% अनुमानित है।
इन तीन चीचों पर आधारित बजट
वित्त मंत्री ने बताया कि बजट 2023 का आर्थिक एजेंडा तीन चीजों पर केंद्रित है। पहला नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर की सुविधा। दूसरा विकास और रोजगार सृजन को मजबूत गति प्रदान करना और तीसरा मैक्रो अर्थव्यवस्था को स्थिर करना।
संसद भवन में पेश हो रहा बजट 2023
आपको बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट 2023 को संसद भवन में पेश कर रही हैं। यह बजट केंद्र की मोदी सरकार 2.0 का आखिरी पूर्ण कालिक बजट है। अगले साल देश में आम चुनाव होना है। बजट सत्र में संसद भवन में पेश किये जा रहे है बजट पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। मौजूदा आर्थिक अस्थिरता के चलते देश में फैली महंगाई की वजह से लोगों को इस बजट से काफी राहत की उम्मीदें हैं।