Share Market Crash : शेयर बाजार में भारी गिरावट से मचा हाहाकार
Share Market Crash : भारत में लोकसभा चुनाव 2024 में तीन चरण का चुनाव हो चुका है और शेयर बाजार के कामकाज पर असर देखा जा रहा है। वायदा कारोबार की साप्ताहिक एक्सपायरी के दिन यानी आज प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 1.5 फीसदी प्रतिशत तक टूट गए।
Share Market Crash : भारत में लोकसभा चुनाव 2024 में तीन चरण का चुनाव हो चुका है और शेयर बाजार के कामकाज पर असर देखा जा रहा है। वायदा कारोबार की साप्ताहिक एक्सपायरी के दिन यानी आज प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 1.5 फीसदी प्रतिशत तक टूट गए। 9 मई को बीएसई सेंसेक्स 1,062.22 (1.44 फीसदी) अंकों की गिरावट के साथ 72,404.17 अंकों के स्तर पर जबकि निफ्टी 345.00 (1.55 फीसदी) अंक टूटकर 21,957.50 के स्तर पर बंद हुआ। निफ़्टी ने 22000 का मनोवैज्ञानिक लेवल तोड़ दिया है और एक्सपर्ट के मुताबिक, अब इसमें और कमजोरी देखी जा सकती है।
सभी इंडेक्स में गिरावट
निफ़्टी ऑटो इंडेक्स को छोड़कर तकरीबन सभी इंडेक्स में कमजोरी दर्ज की गई है। शेयर बाजार के टॉप गेनर्स में हीरो, टाटा, महिंद्रा और एसबीआई शामिल रहे हैं जबकि टॉप लूजर्स में एलएंडटी, बीपीसीएल, एशियन पेंट्स और कोल इंडिया शामिल रहे हैं।
इंडेक्स के दिग्गज शेयर रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.89 फीसदी) और लार्सन ऐंड टुब्रो (करीब 6 फीसदी) में कमजोरी की वजह से शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। पिछले 5 दिन में लार्सन ऐंड टुब्रो के शेयर 9 फीसदी तक कमजोर हुए हैं। एचडीएफसी बैंक और आईटीसी जैसे शेयरों में भारी बिकवाली की वजह से भी शेयर बाजार में कमजोरी दर्ज की गई है।
पिछले वित्त वर्ष के लिए कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे ने मार्केट के सेंटीमेंट को नुकसान पहुंचाया है। एसबीआई और केनरा बैंक के शानदार नतीजे सामने आए हैं लेकिन एशियाई पेंट्स की कमाई अच्छी नहीं रही है। हिंदुस्तान पैट्रोलियम के पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के नतीजे अच्छे नहीं आए हैं। लेकिन इन्हीं के बीच आईपीओ में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है। इंडोजीन का आईपीओ को कल बंद हुआ उसे 70 फीसदी ओवरसबस्क्राइब किया गया।