बंद होगी वोडा-आइडिया कंपनी! बिड़ला ग्रुप ने दिया बड़ा बयान

बिड़ला ने बयान में कहा है कि यदि अपेक्षा के अनुसार सरकारी सहायता नहीं मिली तो वह वोडाफोन आइडिया को बंद कर देंगे। उन्होंने इसी कार्यक्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बिड़ला ग्रुप अब वोडाफोन-आइडिया में कोई निवेश नहीं करेगा।

Update: 2019-12-06 16:27 GMT

नई दिल्ली: भारत के जाने माने दिग्गज उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला ने शुक्रवार को टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।बिड़ला ने बयान में कहा है कि यदि अपेक्षा के अनुसार सरकारी सहायता नहीं मिली तो वह वोडाफोन आइडिया को बंद कर देंगे। उन्होंने इसी कार्यक्रम में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बिड़ला ग्रुप अब वोडाफोन-आइडिया में कोई निवेश नहीं करेगा।

आगे उन्होंने कहा कि अच्छे रुपये को बुरे रुपये में निवेश करने का कोई मतलब नहीं है। सरकारी राहत नहीं मिलने पर कंपनी के कदम के सवाल पर बिड़ला ने कहा कि हम अपनी दुकान बंद कर देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कहा कि राहत नहीं मिलने की स्थिति में कंपनी दिवालिया प्रक्रिया का रास्ता अपनाएगी।

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सुप्रीम कोर्ट की ओर से एजीआर पर दिए गए फैसले का वोडाफोन-आइडिया पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। इसके कारण कंपनी ने दूसरी तिमाही में 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा बताया है। रिलायंस जियो की लॉन्चिंग के बाद टेलीकॉम सेक्टर में बने रहने के लिए कुमार मंगलम बिड़ला ने अपनी आइडिया सेल्युलर का वोडाफोन इंडिया के साथ विलय कर दिया था और नई कंपनी वोडाफोन आइडिया अस्तित्व में आई थी।

बिड़ला ग्रुप की हिस्सेदारी

बता दें कि पिछले साल हुए विलय समझौते के अनुसार, वोडाफोन-आइडिया कंपनी में 45.1 फीसदी हिस्सेदारी वोडाफोन के पास है जबकि 26 फीसदी हिस्सेदारी आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास है। अन्य शेयर होल्डर्स के पास 28.9 फीसदी हिस्सेदारी है। वोडाफोन-आइडिया का संचालन दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से करती हैं। ऐसे में यदि वोडाफोन आइडिया अपना कारोबार बंद करती है तो करोड़ों ग्राहकों को जोर का झटका लग सकता है।

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