यह सदी भारत की सदी, इसका प्रभाव रहेगा 1 हजार वर्षों तक
Parliament Session: राष्ट्रपति ने कहा कि नीतियों का विरोध और कामकाज का विरोध दो भिन्न बाते हैं। जब संसद सुचारू से चलती है और दुर्गामी निर्णय लिए जाते हैं, इससे लोगों का विश्वास संसद के प्रति बढ़ता है। मुझे भरोसा है कि संसद का पल पल सद उपयोग होगा और जनहित को प्राथमिकता दी जाएगी। हमारे वेदों और ऋषियों ने कुछ नीति वाणी दी हैं। हम एक समान विचार और लक्ष्य लेकर एक साथ काम करें। यही संसद की मूल भावना है। अगर भारत तीसरे नबंर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करेगा तो देश की इस सफलता में सांसदों की भी सहभागेदारी होगी। हमारी असंभव से उपल्ब्धियां इस बात का प्रमाण है कि आने वाला दौर भारत का दौर है। यह सदी की भारत की सदी है, इस प्रभाव आने वाले 1 हजार वर्षों तक रहेगा। आईए हम सब मिलकर राष्ट्र सिद्ध में जुट जाएं और विकसित भारत के संकल्प के लक्ष्य को पल पल पूरा करने में लग जाएं।