जेडीयू का वक्फ बिल को समर्थन, कहा – यह मुसलमान विरोधी नहीं
जेडीयू सांसद और केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने वक्फ बिल का समर्थन करते हुए कहा कि "इस बिल को मुसलमान विरोधी बताने की कोशिश की जा रही है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। वक्फ कोई धार्मिक संस्था नहीं, बल्कि एक ट्रस्ट है, जो मुसलमानों के कल्याण के लिए काम करता है। इसे सभी वर्गों के साथ न्याय करना चाहिए, जो अब तक नहीं हो रहा था।"
उन्होंने कहा कि यह विनियामक और प्रशासनिक निकाय है, जो मुसलमानों के हक के लिए काम करता है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर आपको मोदी जी का चेहरा पसंद नहीं, तो मत देखिए, लेकिन 2013 में किए गए पाप को खत्म कर पारदर्शिता लाने का काम किया गया है। देश की जनता मोदी जी को पसंद करती है, इसलिए वह समाज के हर तबके के लिए काम कर रहे हैं।"
ललन सिंह ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने वक्फ को "कुछ लोगों के चंगुल से निकालकर आम मुसलमानों के कल्याण के लिए फेंक दिया है।" उन्होंने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा, "दो तरह के लोग इस संशोधन के खिलाफ हैं—एक, जो सिर्फ वोटबैंक की राजनीति करते हैं, और दूसरे, जिनका वक्फ पर कब्जा था।"
उन्होंने यह भी कहा कि "इस संशोधन में वक्फ के कार्यों में हस्तक्षेप की कोई बात नहीं है। बस, यह सुनिश्चित किया गया है कि वक्फ की आमदनी सही जगह खर्च हो। इसमें दिक्कत क्या है? क्या आप मुसलमानों के कल्याण के विरोधी हैं?" साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सेक्युलरिज्म के साथ भारत के विकास की बात कर रही है और मुस्लिम महिलाओं को भी अधिकार दे रही है, जबकि विपक्ष सिर्फ देश को बांटकर वोटबैंक की राजनीति करना चाहता है।