फतेहपुर : अभिलेखों में हेराफेरी और अफसरों की मिलीभगत से चर्च की बेशकीमती जमीन हथियाने के मामले में शहर कोतवाल और तत्कालीन उपनिबंधक समेत पांच लोग निलंबित कर दिए गए। साथ ही कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया, जिसमें एसडीएम और तहसीलदार स्तर के भी कई अधिकारी शामिल हैं।
ये भी देखें : अपनी ही सरकार से शराब बंदी की मांग कर रहे पूर्व सांसद और उनकी विधायक पत्नी, क्या सुनेगा कोई?
नायब तहसीलदार रमेशचंद्र पांडेय की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक, यूनियन मिशनरी सोसाइटी व एहतमाम (उप्र सरकार) जरिए फतेहपुर कलेक्टर के नाम अंकित जमीन पर भू माफिया फर्जी तरीके से अधिकारियों की मिलीभगत करके बेच दिया है। उन्होंने जमीन के अभिलेखों के हेराफेरी किए जाने के दौरान जिले में तैनात रहे उपनिबंधक सदर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, 19 क्रेता, विक्रेता और अन्य दोषी कर्मियों, जो मामले में लिप्त हैं, के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
ये भी देखें : तेजस्वी बोले-भाई को द्वारका क्या कहीं भी नहीं जाने देंगे …
इस मामले में शहर कोतवाल आर.के. सिंह, तत्कालीन उपनिबंधक धर्मेंद्र चौधरी, कानूनगो राजेंद्र सिंह पटेल, लेखपाल राजेंद्र प्रसाद सिंह यादव व लेखपाल ओमप्रकाश विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई शासन द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर की गई है।