मुंबई। मुंबई पुलिस ने बुधवार को भगोड़े गैंगस्टर एजाज यूसुफ लकड़ावाला को गिरफ्तार किया। मुंबई का 50 वर्षीय मूल निवासी एजाज दाऊद इब्राहिम एवं छोटा राजन गिरोहों का सदस्य रह चुका है। उसे बिहार की राजधानी पटना से गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे ने यह जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी है। गुरुवार को किला कोर्ट ने लकड़वाला को 21 जनवरी तक के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच को कस्टडी दे दी है।
बेटी और भाई हुए थे पहले ही गिरफ्तार
इस गिरफ्तारी से कुछ ही हफ्ते पहले लकड़ावाला की बेटी सोनिया को मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफतार किया गया था। उसे जाली दस्तावेजों के आधार पर बनाए गए पासपोर्ट के साथ पकड़ा गया था, वह उस समय नेपाल जाने का प्रयास कर रही थी। इस सन्दर्भ में यह भी जानकारी आ रही है कि एजाज लकड़ावाला की गिरफतारी उसकी बेटी से प्राप्त जानकारी के आधार पर संभव हुई है।
मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय बर्वे ने बताया कि एजाज लकड़ावाला के खिलाफ कुल 27 केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास एवं धन उगाही के लिए धमकियों जैसे मामले हैं। वह पिछले 22 सालों से फरार चल रहा था। उसने 80 से ज्यादा बिल्डर्स एवं व्यापारियों को धन उगाही के लिए फोन पर धमकियां दी थीं। धमकियाँ देने के लिए वह अंतर्राष्ट्रीय नंबरों लोगों को फोन करता था।
मुंबई क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर संतोष रस्तोगी ने बताया कि पिछले छह महीनों में हमने एजाज लकड़ावाला की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज किये हुए थे। मार्च 2019 में हमने उसके भाई अकील को गिरफ्तार किया। लेकिन हमें बड़ी सफलता तब मिली जब 28 दिसंबर को उसकी बेटी सोनिया लकड़ावाला को गिरफ्तार किया गया। फरवरी 2019 में खार पश्चिम में एक बिल्डर को पैसों के लिए धमकी देने के मामले तीन वांछितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार 1992 से पहले एजाज लकड़ावाला एवं छोटा राजन भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के लिए काम करते थे। जब छोटा राजन दाऊद इब्राहिम से हुआ तब लकड़ावाला उसके साथ हो लिया और 2008 तक उसके साथ ही काम करता रहा। 2008 में एजाज, राजन गिरोह से वित्तीय असहमतियों के चलते अलग हो गया और अपना खुद का गिरोह चलाने लगा। तब से लकड़ावाला कनाडा, कंबोडिया, मलेशिया, नेपाल, ब्रिटेन एवं अमेरिका में ठिकाने बदल बदल कर रह रहा था। लंदन, कनाडा एवं मलेशिया में उसकी कई सम्पत्तियाँ भी हैं ।
ज्ञात कि छोटा राजन 25 अक्टूबर, 2015 को बाली में पकड़ा गया था और उसे 6 नवंबर, 2015 को उसका प्रत्यर्पण करके उसे भारत लाया गया। राजन इस समय आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है और जेल में है।