सिपाही के बेटे ने 17 साल पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए किया था तेवतिया पर हमला
लखनऊः पिता की मौत का बदला लेने के लिए बीजेपी के नेता बृजपाल तेवतिया पर हमला हुआ था। इस हमले का मुख्य आरोपी मनीष है। जिसने जमीन बेंचकर शूटरों और हथियारों का प्रबंध किया था। मनीष और उसके चचेरे भाई मनोज ने फार्च्यूनर गाड़ी की व्यवस्था की थी। वहीं इनका एक साथी रामकुमार वारदात से पहले लगातार तेवतिया की रैकी कर रहा था। आईजी मेरठ जोन सुजीत पाण्डे ने बुधवार को बृजपाल तेवतिया पर हुए हमले का खुलासा कर दिया है।
क्यों हुआ तेवतिया पर जानलेवा हमला
-यूपी पुलिस के कॉन्सटेबल सुरेश दीवान की दिल्ली में 1999 में हत्या हुई थी
-महरौली के रहने वाले यूपी पुलिस के कॉन्सटेबल सुरेश दीवान की दिल्ली में 1999 में हुई हत्या हुई थी
-17 साल पुरानी इस रंजिश का बदला लेने के लिए सुरेश दीवान के बेटे मनीष ने हत्या की प्लानिंग की थी
-पकड़े गए आरोपी राम सिंह ने बताया कि सुरेश दीवान के बेटे मनीष ने हमला कराया और एके-47 से उसने खुद गोलियां चलाईं।
-पैसे, शूटर और हथियार जुटाने में अलग-अलग लोगों ने मदद की।
प्लानिंग के साथ हुआ अटैक
-वारदात को अंजाम देने के लिए मनीष ने पूरी प्लानिंग की थी।
-6 तारीख के बीचे रुढ़की में प्लानिंग की गई।
-10 को आखिरी बार फाइनल पलानिंग मेहरोली में प्लानिंग हुई।
-जितेन्द्र ने शूटर अरेन्ज करने में मनीष की मदद की थी।
-पुलिस संसार सिंह, बिट्टू, अभिषेक, मनीष और मनोज की तलाश कर रही है।
-पुलिस की पांच टीमें बाहर भेजी गईं थी।
-हरियाणा और उत्तराखंड में भी टीमें पूछताछ के लिए गईं थीं।
-घटना के बाद मौके पर फाॅरेंसिक टीम पहुंची थी।
-पुलिस ने पूरे इलाके से सीसीटीवी फुटेज जुटाए थे।
-हथियारों का मिलान किया जा रहा है।
-एके-47 कहां से आई आईजी इसका जवाब नहीं दे पाए।
पुलिस ने 4 ओरोपियों को पकड़ा था
-पुलिस ने मंगलवार को 4 आरोपियों को अरेस्ट किया था इसमें रेकी करने वाला शख्स राम सिंह पुलिस की गिरफ्त में आ गया था
-राम सिंह ने दूसरे हमलावरों के नाम भी बता दिए हैं।
-सूत्रों के मुताबिक राम सिंह के अलावा पुलिस ने राहुल त्यागी, जीतेंद्र और निषाद नाम के तीन लोगों को भी पकड़ा था।
-इनसे भी पूछताछ चल रही है।
कौन-कौन है वारदात में शामिल?
बृजपाल के महरौली गांव के ही राम सिंह ने बताया कि नोएडा के गैंगस्टर रणदीप भाटी ने एके-47 मुहैया कराई। वह अभी बस्ती जेल में है। हमले के वक्त एक वकील हमलावरों की फॉर्च्युनर चला रहा था। दनकौर इलाके के एक गांव का प्रधान और बागपत के मारे जा चुके गैंगस्टर राहुल खट्टा का एक साथी भी साजिश में शामिल था।
1 करोड़ की सुपारी दी गई
आईजी के मुताबिक बृजपाल तेवतिया पर हमले करने के लिए करीब एक करोड़ की सुपारी दी गई। राम सिंह ने जिनका नाम लिया है, उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें अलग-अलग जगह दबिश दे रही हैं।
ये हुए थे अरेस्ट
-निशान्त उर्फ जीतू भदोरिया पुत्र जयसिंह भदोरिया निवासी प्रताप नगर, थाना कविनगर गाजियाबाद।
-राहुल त्यागी पुत्र सतपाल त्यागी निवासी ग्राम दोज्जा थाना बिनौली बागपत।
-रामकुमार उर्फ राम पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी महरौली थाना कविनगर गाजियाबाद।
-जितेन्द्र उर्फ पोपे पुत्र नैन सिंह निवासी सदरपुर थाना कविनगर गाजियाबाद।
पुलिस ने ये किया था बरामद
-पुलिस ने इनके पास से घटना के समय इस्तेमाल किए गए दो अद्द मोबाइल, स्कूटी एक्टिवा नं० यूपी 14 सीआर 3188 बरामद की थी।
-इस घटना के बाद थाना मुरादनगर में केस दर्ज हुआ था।
-घटना में एके-47 जैसे स्वचालित हथियारों का प्रयोग किया गया था।
-घटना के बाद बदमाश फॉर्च्यूनर गाड़ी व हथियार मोदीनगर में छोड़कर भाग गये थे।
हमले में घायल हुए थे
इस हमले में ब्रजपाल तेवतिया एवं उनके साथ-साथ इन्द्रपाल प्रधान रामपाल यादव, मोहन, विपिन, अषोक सिंह मलिक भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए थे।