शिक्षक ने दी जान, सुसाइड नोट से साबित हुआ विभाग ने किया प्रताडि़त  

Update: 2018-10-20 10:53 GMT

कन्‍नौज: यूपी के कन्नौज जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान होकर एक होनहार शिक्षा मित्र ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक शिक्षा मित्र पवन कुमार ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था जिसको पुलिस ने बरामद कर लिया है। सुसाइड नोट में मृतक शिक्षा मित्र पवन कुमार ने अपनी मौत का जिम्मेदार खंड शिक्षा सुनील दुबे एनपीआरसी प्रभात कुमार व बीआरसी शैलेश मिश्रा को बताया है।

सुसाइड नोट में लिखा है कि उक्त तीनों अधिकारीयों ने गलत तरीके से उसको बीएलओ की डियूटी में लगा दिया था। जिसकी मृतक ने कई बार जिले के आलाधिकारियों से शिकायत भी की थी। कार्यवाही न होने पर उक्त अधिकारी उसपर जबरन दबाव बना रहे थे। जिसके चलते वह नौकरी से ऊब गया और मौत को गले लगा लिया। वही घटना के बाद से शिक्षा मित्र के घर कोहराम मचा हुआ है।

ये है मामला

मामला छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के नगला कसथाना क्षेत्र का है। नौलि निवासी पवन कुमार शिक्षा मित्र थे। पोस्टिंग को लेकर उनका कुछ विवाद अपने ही साथी अध्यापको से चल रहा था। मृतक ने सुसाइड नोटं में अपने अध्यापक साथी प्रभात कुमार और शीलेन्द्र कुमार पर जबरन टार्चर कर डयूटी करने की बात लिखी। मृतक पवन ने अध्यापकों के टार्चर की बात बेसिक शिक्षा अधिकारी और मामले की शिकायत डीएम से करने की बात भी लिखी। लेकिन पीड़ित शिक्षा मित्र की बात किसी भी अधिकारी ने नहीं सुनी। जिसके बाद परेशान होकर उसने ये खौफनाक कदम उठा दिया। मृतक के भाई ने बताया की उनका भाई पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था।

मृतक के भाई ने आरोप लगाया है की आरोपित अधिकारी ड्यूटी के नाम पर रिस्वत भी माँगा करते थे रिस्वत न देने पर कार्यवाही करवाने की बात कह कर धमकी दिया करते थे। इन्ही सब बातो से परेशान होकर पवन ने आत्महत्या कर ली। पवन की मौत के लिए ये आरोपी शिक्षाधिकारी जिम्मेदार हैं।

शिक्षामित्र संगठन ने उठाई आवाज

शिक्षा मित्र पवन द्वारा आत्म हत्या की खबर जैसे ही शिक्षा विभाग में फैली शिक्षामित्र संगठन एक हो गया उसने मांग की पवन की मौत के जिम्मेदार अधिकारीयों पर मुकदमा लिखकर उनको सजा दी जाये।

वही घटना के बाद कोई भी शिक्षा अधिकारी ने मौके पर जाने तक जहमत नहीं उठाई। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पार पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम में भेज कर मामले की जंच में जुट गयी है। जब इस बाबत हमने शिक्षा विभाग के अधिकारियो से बात करनी चाही तो उन्होंने मामले में कुछ भी नही बोला।

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