LS Election 2024: सत्ता में आए तो केवल जाति जनगणना नहीं, आर्थिक सर्वे भी होगा, बोले-राहुल

Lok sabha Election 2024:कहा, हम आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए यह पता लगाएंगे कि किसके पास कितनी संपत्ति है। फिर नई राजनीति शुरू होगी।

Update: 2024-05-05 06:40 GMT

Rahul Gandhi (Pic: Social Media) 

Lok sabha Election 2024: लोकसभा 2024 का चुनाव चल रहा है। कांग्रेस और भाजपा सहित हर पार्टी वोटरों को लुभाने के लिए चुनावी वादे कर रही है। अपने चुनावी घोषणा पत्र में कई वादे किए हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने एक बार फिर जाति सर्वेक्षण और आर्थिक समीक्षा की वकालत की है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह है कि जिससे पता लगाया जा सके कि किसके पास कितनी संपत्ति है। कांग्रेस नेता ने कहा, अगर वह सत्ता में आए तो यह भारत का पहला काम होगा।

ऐसे आएगी सच्चाई सामने

उन्होंने कहा, पहला कदम आर्थिक सर्वेक्षण के साथ-साथ जाति जनगणना है और यह पता लगाएगा कि देश में किसके पास कितनी संपत्ति है। उन्होंने कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी वाले लोगों को अपनी ताकत का अंदाजा नहीं है और वे इस बात से भी अनजान हैं कि उनके पास भारत की कितनी संपत्ति है। राहुल ने कहा, वे कहते हैं कि उनकी आबादी लगभग 50 प्रतिशत है, लेकिन वे नहीं जानते कि उनके पास कितनी संपत्ति है। हम एक जाति जनगणना करेंगे और ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) को पता चल जाएगा कि विभिन्न क्षेत्रों में उनकी कितनी भागीदारी है और सच्चाई सामने आ जाएगी।

OBC को मूर्ख बनाया जा रहा है

एक युवा के सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस Rahul Gandhi ने कहा, आज क्या हो रहा है कि ओबीसी को मूर्ख बनाया जा रहा है और उन्हें बहुत कुछ बताया जा रहा है लेकिन मुख्य मुद्दा यह नहीं है कि किसके पास कितनी संपत्ति है। जाति जनगणना से पूरे देश को पता लग जाएगा कि हिंदुस्तान का धन कहां है, किसके हाथ में है। पिछड़ों के हाथ में कितना, दलितों के हाथ में कितना, गरीब सामान्य वर्ग और महिलाओं के हाथ में कितना धन है... पूरा साफ हो जाएगा सबके सामने। उसके बाद न्यू पॉलिटिक्स शुरू होगी... उसके बाद ये लोग कहेंगे कि मेरे पचास परसेंट लोग हैं, मेरे पास 2 परसेंट धन है, मुझे 50 परसेंट धन चाहिए। सीधी सी बात होगी। ये हमारी सोच है, जाति जनगणना पहला कदम है। ये सिर्फ जाति जनगणना नहीं होगी ये आर्थिक सर्वे होगा।

वहीं Rahul Gandhi की टिप्पणी पर भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, राहुल गांधी अपने बेहद खतरनाक और भ्रामक विचारों से देश को कहां ले जाना चाहते हैं? राहुल गांधी ने दावा किया कि पिछले 10 वर्षों में, रोजगार सृजन की प्रणाली ध्वस्त हो गई है और छोटे व्यवसाय जीएसटी लागू होने के बाद और नोटबंदी से पीड़ित होने के बाद अब रोजगार प्रदान करने में असमर्थ हैं।

अग्निवीर को करेंगे खत्म

उन्होंने कहा, हमने अपने घोषणापत्र में कहा था कि हम अग्निवीर योजना को खत्म कर देंगे। ये गरीब लोगों को पेंशन नहीं देना चाहते, उनको शहीद का दर्जा नहीं देना चाहते, उनको कैंटीन की सुविधा नहीं देना चाहते। अमीर लोगों को यह सब मिल जाएगा मगर जो जवान है, जो शहीद होने के लिए तैयार है वह दो तरीके के बन रहे हैं- एक अग्निवीर है जिसे गोली लगेगी तो उसे कहा जाएगा कि वह शहीद नहीं है। वहीं एक नॉर्मल जवान जिसे पेंशन मिलेगी, उसे शहीद का दर्जा मिलेगा। इस अग्निवीर योजना के माध्यम से सेना के भीतर विभाजन पैदा किया है और यही कारण है कि हम चाहते हैं कि आप चीजों को राजनीतिक रूप से समझें।

कांग्रेस देगी हर साल 1 लाख

राहुल राहुल गांधी ने दावा किया कि जहां आम लोगों को एक रुपये की भी कर्ज माफी नहीं मिली, वहीं बड़े उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिये गए। इंडिया ब्लॉक ने पहले से ही प्रशिक्षुता का अधिकार योजना लाने की योजना बनाई है जो छात्रों को स्नातक या डिप्लोमा के बाद प्रति वर्ष 1 लाख रुपये की सुनिश्चित आय के साथ गारंटीकृत नौकरी का अधिकार देगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस देश की सबसे गरीब महिलाओं के खाते में प्रति वर्ष 1 लाख रुपये डालेगी।

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