15 अप्रैल को Netflix पर आएगी एक्ट्रेस साक्षी तंवर की 'Mai', घरेलू औरतों की ज़िंदगी को बयां करेगी ये Web Series
Mai: ‘माई’ सीरीज के निर्माता, लेखक और शोरनर, अतुल मोंगिया इस सीरीज के साथ निर्देशन के क्षेत्र में ड्रेब्यूे कर रहे हैं।
Mai: एक मिडिल क्लास पत्नी, मां और वॉलेंटियर नर्स के सामने एक ऐसी घटना घटती है, जो हमेशा के लिये उसकी दुनिया बदल देती है। एक पल में ही, वह खुद को हिंसा, अपराध और सत्ता के भंवर में फंसा हुआ पाती है। एक्ट्रेस साक्षी तंवर (Actress Sakshi Tanwar) 'माई' (Mai) है, जिसने अपनी बेटी सुप्रिया की मौत की सच्चाई सामने लाने के उद्देश्य से एक नया अवतार (शील) धारण कर लिया है। 'माई' एक लेयर्ड, क्राइम ड्रामा और थ्रिलर सीरीज है।
वास्तविक जीवन के अनुभवों के कारण लिखा 'माई'
इस सीरीज में एक्ट्रेस साक्षी तंवर 'माई' की प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। इसके साथ ही 'माई' में, विवेक मुश्रान, वामिका गब्बी, अनंत विधात, राइमा सेन, अंकुर रतन, प्रशांत नारायण, वैभव राज गुप्ता और सीमा पाहवा जैसे जाने-माने कलाकार भी नजर आयेंगे।
'माई' सीरीज के निर्माता, लेखक और शोरनर, अतुल मोंगिया इस सीरीज के साथ निर्देशन के क्षेत्र में ड्रेब्यूे कर रहे हैं। ट्रेलर के लॉन्च होने के अवसर पर अतुल ने बताया कि उनके वास्तविक जीवन के अनुभवों ने कैसे उन्हें 'माई' बनाने और लिखने के प्रेरित किया।
'माँ ने पूरी ज़िंदगी परिवार के लिये जी'
अतुल ने बताया, "बचपन से ही मेरी मां सूरज उगने से पहले उठ जाया करती थीं और तब तक काम करती थीं, जब तक कि थककर चूर ना हो जाये। कई सारे साइड-कॅरियर के साथ-साथ उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अपने परिवार के लिये जी। यह गुण भारतीय मांओं में आम है। मेरी मां की तरह ही, अपने जीवन के कई सारे उतार-चढ़ाव के बावजूद माई भी अपने परिवार से बाहर की दुनिया छोड़कर अपनी निर्मलता बनाये रखती है। लेकिन, क्या होता है जब उसका सामना एक बेहद ही खौफनाक और डरावनी स्थिति से हो?''
क्या है 'माई' की कहानी?
मूल रूप से यह कहानी चौधरी परिवार के दो भाइयों की है। जो कि एक ही मोहल्ले में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आस-पास रहते हैं। शील हमारे नायक, छोटे भाई की पत्नी है। वह अपने पूरे परिवार के लिये जीती-मरती है। वह इस बात का पूरा ध्यान रखती है कि पूरा घर एक दुरुस्त मशीन की तरह चलता रहे।
लेकिन, किस्मत के अजीबोगरीब मोड़ और चुनाव की वजह से शील को अपराध की गहरी-अंधेरी दुनिया में कदम रखना पड़ता है। यह सीरीज आमतौर पर काफी नाटकीय है, लेकिन उतनी ही वास्तविक जान पड़ती है, क्योंकि बाहरी रूप से वह उतनी ही विनम्र, सीधी-सादी मां है। जैसे मेरी मां। और शायद आपकी भी!!
'माई' की नायिका का पहला नाम मेरी अपनी मां का है, ताकि यह कभी ना भूलें कि आखिर 'शील चौधरी' कौन है। 'माई' का कॉन्सेप्ट भारतीय टेलीविजन और हिन्दी सिनेमा की उस चर्चित घरेलू, ख्याल रखने वाली, पारंपरिक भारतीय मां से लिया गया है। वह हमारी उस मैकियावेलियन दुनिया के खिलाफ खड़ी होती है, जो उसे और हमारे विश्वास तंत्र को चुनौती देती है।"
15 अप्रैल को नेटफ्लिक्स पर होगा लॉन्च
इस सीरीज के बारे में प्रोड्यूसर कर्णेश शर्मा का कहना है, "नेटफ्लिक्स के माध्यम से हमें दुनिया के सामने यह कहानी पेश करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। नेटफ्लिक्स 'बुलबुल' और अब 'माई' के साथ हमारा बहुत ही बेहतरीन साझीदार रहा है।
'माई' एक मां के पूरे सफर की कहानी कहती है,जोकि बहुत दिलचस्प लेकिन भावनाओं से भरपूर है । शील के किरदार की कई परतें हैं। वह उस हर इंसान के साथ संघर्ष करती है, जो उसकी बेटी का बदला लेने के रास्ते में आता है।
वहीं, वह अपने अस्तित्व को बचाये हुए है, जो दर्शकों को उससे जोड़ती है और ज्यादा अर्थपूर्ण तरीके से उससे कनेक्ट करती है। दर्शकों को एक बेहद ही शानदार कहानी देखने को मिलने वाली है और वह भी पूरे ट्विस्ट और टर्न से भरपूर। यह कहानी दिखाती है कि एक मां प्यार की खातिर और सच का पता लगाने के लिये किस हद तक जाएगी।"
थ्रिलर, क्राइम और ड्रामा से भरपूर
नेटफ्लिक्स इंडिया की सीरीज हेड तान्या बामी ने कहा, "माई एक सिग्नेचर नेटफ्लिक्स सीरीज है। जो कहानी कहने, बारीक प्रस्तुति और अपराध और अपराधियों के साथ एक मां की जंग के विचारोत्तेजक सफर की कहानी पेश करती है। एक पेचीदा दुनिया में बनी 'माई' की कहानी में हमारे दर्शकों को पसंद आने वाली और आनंद देने वाली हर चीज है।
अतुल मोंगिया द्वारा एक आकर्षक और संवेदनशील रूप से संभालकर बनाई गई ''माई'' का निर्माण क्लीन स्लेट फिल्म्ज़ द्वारा किया गया है। यह थ्रिलर से भरपूर एक जबरदस्त क्राइम, ड्रामा है। जिसमें साक्षी तंवर 'माई' के रूप में दमदार परफॉर्मेंस देती नजर आयेंगी।
'माई' का किरदार
शील की दुनिया उस समय बिखरने लगती है। जब उसके साथ एक निजी हादसा होता है। शील जोकि एक घरेलू और आज्ञाकारी, पत्नी एवं मां है, सच की खोज में एक बेहद ही अजीबोगरीब स्थिति में फंस जाती है। हिंसा और ताकत के भंवर में फंसी शील खुद को एक सफेदपोश अपराध और राजनीति की दुनिया में फंसा हुआ पाती है। इससे उसकी वह दुनिया हमेशा के लिये बदल जाती है, जिसमें वह रहती थी।