Swatantra Veer Savarkar में ओल्ड एज रोल निभाना अंकिता लोखंडे को पड़ा भारी
Swatantra Veer Savarkar: बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा की हालिया रिलीज फिल्म 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' में अंकिता लोखंडे ने सावरकर की पत्नी यमुनाबाई का किरदार निभाया है।
Swatantra Veer Savarkar: बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) की हालिया रिलीज फिल्म 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' (Movie Swatantrya Veer Savarkar) काफी चर्चा में है। फिल्म में रणदीप हुड्डा और अंकिता लोखंडे (Ankita Lokhande) की एक्टिंग लोगों का खूब दिल जीत रही है। फिल्म में अंकिता लोखंडे ने सावरकर की पत्नी यमुनाबाई का किरदार निभाया है। अपने हालिया इंटरव्यू में अंकिता लोखंडे ने बताया की उन्होंने इस रोल को क्यों चुना? आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा है?
अंकिता ने क्यों चुना 70 साल महिला का किरदार? (Ankita Lokhande in Swatantrya Veer Savarkar)
दरअसल, अपने इंटरव्यू में अंकिता ने अपने रोल को चुनने के बारे में बात की और कहा- ''मैं इतना सोचती नहीं हूं इमेज के बारे में। मुझे लगता है कि मैं ऐसी फिल्में करके और ज्यादा अपने आपको दिखा सकती हूं, एक एक्टर और परफॉर्मर के तौर पर। मुझे लगता है कि मैं एक आर्टिस्ट हूं और आर्टिस्ट का काम है जो मिले उसे अच्छे से निभाओ और ये जो मिले नहीं था, ये यमुना बाई का किरदार था। वो भी सावरकर की वाइफ। तो मेरे लिए जब ये रोल संदीप लेकर आए तो मेरे लिए ऐसा था कि बस मुझे हां बोलना ही था। मैं न कह ही नहीं सकती थी। मुझे इस फिल्म की सबसे अच्छी बात ये लगती है कि मैंने इसमें अपना ग्राफ दिखाया है। हर एक्टर को ये मौका नहीं मिलता है कि वो अपना ग्राफ दिखाए, जिसमें वो 16 साल से लेकर 70 साल तक दिखाएंगे। तो जब वो करने का मौका मिलता है। हर एक्टर इसको कर भी नहीं सकता। जब मुझे ये मौका मिला तो मैं इसे अपने हाथ से कभी नहीं जाने देना चाहती थी और मैंने वो किया।''
क्या फिल्म 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' की कहानी? (Swatantrya Veer Savarkar Story In Hindi)
बता दें कि 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की बायोपिक है, जिसमें उनके यात्रा, संघर्ष और भारत की आजादी में उनके योगदान को दिखाया गया है। फिल्म में रणदीप हुड्डा ने वीर सावरकर की भूमिका निभाई है। हाल ही में, एक इंटरव्यू के दौरान रणदीप हुड्डा ने इस फिल्म पर बात करते हुए बताया था कि वीर सावरकर भारत में सबसे ज्यादा गलत समझे जाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं, लेकिन इस फिल्म की रिलीज के बाद लोगों को उनकी असल सच्चाई को जानने का मौका मिला है। ये फिल्म उस इतिहास को उजागर करती है, जो हमें स्कूल में नहीं पढ़ाया गया था।