शादीशुदा होने के बावजूद राज बब्बर ने की स्मिता से शादी, यह राज नहीं जानते होंगे आप

बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस स्मिता पाटिल का जन्म 17 अक्टूबर, 1955 में महाराष्ट्र के पुणे में हुआ और 13 दिसम्बर, 1986 को हिंदी सिनेमा ने अपना बेहद कीमती कलाकार को खो दिया।

Update: 2019-12-13 07:04 GMT

मुंबई: बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस स्मिता पाटिल का जन्म 17 अक्टूबर, 1955 में महाराष्ट्र के पुणे में हुआ और 13 दिसम्बर, 1986 को हिंदी सिनेमा ने अपना बेहद कीमती कलाकार को खो दिया। स्मिता ने बहुत ही कम समय में अपने फिल्मी करियर का ग्राफ इतना ऊंचा कर लिया था कि मात्र 4 साल में ही नेशनल अवॉर्ड में कब्जा कर लिया था। साल 1977 में उन्हें 'भूमिका' फिल्म के लिए नेशनल अवऑर्ड मिला। इतना ही नहीं 1985 में उन्हें पद्मश्री से भी नवाजा गया।

ये भी देखें:सीएम योगी ने महिला एवं बालकों के विरुद्ध अपराध पर आयोजित कार्यशाला का किया उद्घाटन

मंथन, आक्रोश, आखिर क्यों, नजराना जैसी फिल्में करने वाली स्मिता ने महज 10 साल के फिल्मी करियर में नेशनल अवॉर्ड सहित कई अवॉर्ड्स अपने नाम किए। नारीवादी होने के साथ ही स्मिता पाटिल मुबंई महिला केंद्र की सदस्य भी थीं। स्मिता पाटिल को पहली बार 1970 में दूरदर्शन के न्यूजरीडर के रूप में कैमरे का सामना किया। 1975 में श्याम बेनेगल की फिल्म निशांत से स्मिता पाटिल ने अपने करियर की शुरुआत की।1978, 1981 व 1982 में स्मिता को फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। स्मिता पाटिल एक सक्रिय नारीवादी महिला थीं।

स्मिता और राज बब्बर की लवलाइफ

स्मिता अपने करियर की ऊंचाइयों को छूती जा रही थी, वहीं दूसरी तरफ राज बब्बर के साथ लवलाइफ की वजह से चर्चा में छाई रहती थी। फिल्म 'भीगी पलकें' के दौरान राज बब्बर को स्मिता से प्यार हो गया था। जबकि वह शादीशुदा थे। लेकिन 80 के दशक में वह और राज बब्बर एक दूसरे के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे। इस रिश्ते की वजह से दोनों को काफी कुछ सहना भी पड़ा था। राज बब्बर के पहले से दो बच्चे थे। इसके बावजूद उन्होंने स्मिता से शादी करली थी। जिसके बाद उनका एक बेटा हुआ जिसका नाम प्रतीक बब्बर था। बेटे के जन्म के तुरंत बाद स्मिता की तबियत बिगड़ने लगी और 13 दिसंबर को उनका निधन हो गया।

ये भी देखें:मौसम ने ली करवट, राजधानी लखनऊ में हुई तेज बारिश, बच्चे भीगते हुए पहुंचे स्कूल

स्मिता की थी ये आखिरी ख्वाहिश

स्मिता पाटिल के मेकअप आर्टिस्ट दीपक सांवत ने बताया कि स्मिता हमेशा कहती थी कि दीपक जब मैं मर जाउंगी तो मुझे बिलकुल सुहागन की तरह तैयार करना। इसी कारण उनके निधन के हात उन्होंने एक दुल्हन की तरह तैयार किया गया था।

Tags:    

Similar News