हीरो नहीं हिंदी सिनेमा के हीरा थे अशोक कुमार, रातों-रात बदल दी थी इंडस्ट्री की तस्वीर
Ashok Kumar Birth Anniversary: हिंदी सिनेमा की जान-शान और मान अशोक कुमार उर्फ दादमुनि को इस दुनिया से गए 22 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी सिनेमाप्रेमियों के दिलों में वह जिंदा हैं।
Ashok Kumar Birth Anniversary: हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता अशोक कुमार आज भले हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें आज भी सभी के दिलों में जिंदा में है। आज भी जब उनकी पुरानी फिल्में देखने बैठ जाए तो उनसे नजर हटाना मुश्किल हो जाता है। अशोक कुमार ने अपने छह दशक के लंबे करियर में 300 से ज्यादा फिल्में की हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अशोक कुमार को हिंदी सिनेमा का हीरा क्यों कहा जाता था? दरअसल इसके पीछे एक खास वजह है। आइए आज उनके जन्मदिन पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताते हैं।
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे अशोक कुमार
अशोक कुमार ने अपनी फिल्मों में ऐसे-ऐसे किरदाक निभाए हैं, जिन्हें भुला पाना बेहद मुश्किल है। उनके सामने कितने स्टार्स आए और गए लेकिन वह एक ऐसे स्टार्स थे, जिनकी एक के बाद एक सभी फिल्में सुपरहिट रही थीं, जिनमें 'अछूत कन्या', 'नया संसार', 'वचन', 'बंधन', 'किस्मत', 'महल', 'तमाशा', 'मशाल', 'खिलाड़ी', 'परिणीता', 'दीदार' और 'बंदिश' जैसी फिल्में शामिल हैं। हालांकि, 'किस्मत' उनकी वो फिल्म थी, जिसने रातों-रात फिल्म इंडस्ट्री की तस्वीर बदल कर रख दी थी।
'किस्मत' ने बदली हिंदी सिनेमा की तस्वीर
वैसे तो अशोक कुमार ने कई फिल्में की थी, जो सुपरहिट रही थी, लेकिन साल 1943 में आई 'किस्मत' वो फिल्म थी, जिसने बॉक्स ऑफ़िस पर धमाल मचा दिया था। इस फिल्म ने कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और उस समय में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली पहली हिंदी फिल्म साबित हुई थी। इस फिल्म में अशोक कुमार का निगेटिव किरदार था। हालांकि, उस समय में हीरो का निगेटिव किरदार निभाना काफी रिस्क भरा होता था, लेकिन अशोक कुमार ने इसे करने की चुनौती स्वीकार कर ली और नतीजा ये रहा कि फिल्म 186 सप्ताह तक बॉक्स ऑफिस पर कमाई करती रही। इस फिल्म ने उस समय में 1 करोड़ से ज्यादा का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था, जो उस दौर के हिसाब से बहुत ज्यादा है, लेकिन फिर कमाई के मामले में इस फिल्म का रिकॉर्ड 32 साल बाद टूटा, जब अमिताभ बच्चन की 'शोले' रिलीज हुई थी।
बहुत कम लोग जानते होंगे कि अशोक कुमार अपनी फिल्मों के गाने भी खुद ही गाया करते थे। यही नहीं...जब भारत में टेलीविजन आया तो पहले सॉप अपेरा 'हमलोग' के सूत्रधार के तौर पर अशोक कुमार ने दर्शकों को खूब मनोरंजन किया था। चंद मिनटों में उन्होंने अपनी शानदार एक्टिंग से दर्शकों को खूब हंसाया और फिर फिल्मों के साथ-साथ अशोक कुमार ने कई टेलीविजन धारावाहिकों में भी काम किया, लेकिन लोगों के दिल तब टूट गए जब 10 दिसंबर 2001 को 90 साल की उम्र में उनका निधन हुआ। खैर, जो दुनिया में आया है, उसे एक न एक दिन तो जाना ही है, लेकिन इस दुनिया से जाने के बाद भी दादा मुनि आज भी सभी के दिलों में जिंदा है और हमेशा रहेंगे।