Britain: ब्रिटेन में सांसदों को मिल रहा सस्ता खाना, बच्चे रह जा रहे भूखे, जानें क्या है पूरा मामला
Britain News: कोरोना महामारी के बाद अन्य देशों की तरह विकसित देश माने जाने वाले यूके में भी स्थिति गंभीर है। बेतहाशा महंगाई से लोग त्रस्त हैं। ब
Britain News: दुनिया के धनी एवं ताकतवर देशों में शुमार ब्रिटेन में इन दिनों नए प्रधानमंत्री के चुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। वहीं जनता भी बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के विरूद्ध सड़कों पर है। इस बीच ब्रिटेन से एक ऐसी खबर आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। ब्रिटिश अखबार मिरर के एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूके के सांसदों को खाने पर भारी भरकम सब्सिडी मिल रही है। ये बात हैरान कर देने वाली इसलिए है क्योंकि इसी ब्रिटेन में स्कूलों में उन बच्चों को खाना देने से इनकार किया जा रहा है, जिनके पास पैसे नहीं हैं।
सोशल मीडिया पर ब्रिटिश जनता सांसदों की इस असंवेदनशीलता पर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। ब्रिटिश सांसदों की तीखी आलोचना हो रही है। दरअसल, कोरोना महामारी के बाद अन्य देशों की तरह विकसित देश माने जाने वाले यूके में भी स्थिति गंभीर है। बेतहाशा महंगाई से लोग त्रस्त हैं। ब्रिटिश जनता इन दिनों महंगाई के खिलाफ 'इनफ इज इनफ' कैंपेन चला रही है।
क्या है रिपोर्ट में ?
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश सांसदों की सैलरी 85 लाख रूपये है। इसपर उन्हें भत्ते अलग से मिलते हैं। साथ ही वे खाने पर मोटी सब्सिडी ले रहे हैं। पिछले छह सालों में उन्होंने 12.3 किलो खाना बर्बाद किया है। जबकि कोरोना के बाद हुए एक सर्वे में कई 20 लाख वयस्कों ने बताया कि कई दिन उन्हें एक टाइम का खाना भी नसीब नहीं हो पाया।
यूके की एक महिला का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। जिसमें वो कह रही हैं कि उन्हें स्कूल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि जिन बच्चों के पास पैसे नहीं हैं, उन्हें खाना न दें। ये महिला मैनेचेस्टर के एक स्कूल में खाना देने का काम करती हैं। महिला का कहना है कि उसे हर रोज 10-15 बच्चों को खाना देने से मना करना पड़ता है। वीडियो में महिला रोते हुए कहती हैं कि उसने इसलिए नौकरी नहीं की है कि बच्चों को भूखा जाने दे क्योंकि वे पैसे नहीं दे सकती है।
ब्रिटेन में सांसदों को मिलने वाली सब्सिडी
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश सांसदों को अच्छा से अच्छा खान 2 से 8 पाउंड यानी 184 से 750 रूपये में मिल जाता है। वहीं बेतहाशा महंगाई के कारण यूके के कई स्कूल बच्चों के लिए परोसे जाने वाले भोजन में मीट को कम कर रहे हैं। बहुत स्कूल फंड की कमी से जूझ रहे हैं, इसलिए वे उन बच्चों को भोजन नहीं करवा पा रहे हैं, जो पैसे देने में असमर्थ हैं। ब्रिटेन के कानून के मुताबिक, स्कूल में फिलहाल उन बच्चों को मुफ्त में भोजन कराया जाता है जिनकी पारिवारिक आय करीब 6.82 लाख रूपये है। लेकिन कोरोना महामारी के बाद इससे अधिक कमाने वाले परिवार के बच्चे भी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में सरकार मुफ्त भोजन की सीमा को बढ़ाकर 18.45 लाख करने पर विचार कर रही है।
भारत में बच्चों को दी जाती है मिड डे मील
भारत सरकार सरकारी स्कूलों में मिड डे मील योजना चलाती है। इस योजना के तहत हर दिन लगभग 10 करोड़ बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। इस खाने में बच्चों के पोषण के लिए ज़रूरी तत्वों का भी ध्यान रखा जाता है और उसकी मात्रा भी पर्याप्त रखी जाती है।
संसद की कैंटीन में सब्सिडी की सुविधा बंद
केंद्र सरकार ने पिछले साल यानी 2021 में एक बड़ा निर्णय लेते हुए संसद में चलने वाली कैंटीन की सब्सिडी बंद कर दी है। यानी सांसदों को जो खाना बेहद कम दाम पर दिया जा रहा था, वह सुविधा पूरी तरह से समाप्त कर दी गई। अब सांसदों को बाजार दर के हिसाब से पूरा दाम चुकाना होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से 8 करोड़ से अधिक रूपये बचाए गए हैं।