मुंबई: बॉलीवुड इंडस्ट्री में टैलेंट की कभी कोई कमी नहीं रही है। देश के लगभग सभी राज्यों और छोटे-छोटे शहरों से आए कलाकार अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर ग्लैमर की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। कई दशकों तक फिल्मों के जरिए लोगों के दिलों पर राज करने वाली हुस्न की मल्लिका माधुरी दीक्षित भी ऐसा ही नाम है जिन्होंने अपनी मनमोहक मुस्कान और बेजोड़ अभिनय के बल पर बॉलीवुड में वो मुकाम हासिल किया है जहां तक पहुंच पाना शायद आज के दौर की एक्ट्रेस का सपना है।
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पढ़ाई में अव्वल
इनका का जन्म 15 मई, 1967 को मुंबई में हुआ था। मुंबई के ही डिवाइन हाई स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद माधुरी ने पार्ले कॉलेज से माइक्रोबायोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई के साथ-साथ डांस में भी माधुरी ने खुद को साबित किया। वो बहुत ही अच्छी कथक माधुरी दीक्षित कथक डांसर हैं, बल्कि वो कथक को सभी नृत्य शैलियों से कहीं ज्यादा पसंद करती है।
माइक्रोबॉयलॉजिस्ट बनने की चाह
माधुरी दीक्षित ने कभी नहीं सोचा था कि वो एक एक्ट्रेस बनेंगी। माइक्रोबॉयलॉजिस्ट बनने की चाह रखने वाली माधुरी ने नृत्य भी केवल अपने शौक के लिए सीखा था माधुरी दीक्षित ने राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म अबोध (1984) से करियर की शुरुआत की। ये फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई, लेकिन माधुरी को इसके बाद भी छोटी भूमिकाएं मिलती रहीं।
तेजाब से मिली पहचान
साल 1988 में प्रदर्शित तेजाब फिल्म के रूप में एक सफल फिल्म मिली, जिसने माधुरी दीक्षित को एक्ट्रेस के तौर पर पहचान दिलवाई। तेजाब फिल्म के लिए माधुरी दीक्षित को फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस के लिए पहला नॉमिनेशन भी मिला।
राम लखन, परिन्दा, त्रिदेव, किशन-कन्हैया, देवदास जैसी फिल्मों में माधुरी ने अपने अभिनय का जादू लोगों पर चलाया। बेटा, खलनायक, हम आपके हैं कौन, दिल तो पागल है, पुकार और देवदास जैसी फिल्मों में अभिनय कर माधुरी दीक्षित ने सिनेमा जगत में अपने लिए एक ऐसा स्थान बना लिया जो हमेशा याद रखा जाएगा।
पद्मश्री के साथ कई और अवॉर्ड
माधुरी दीक्षित को उनके शानदार अभिनय के लिए कई बार फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया और तीन बार उन्हें फिल्मफेयर (बेस्ट एक्ट्रेस) अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया। फिल्म ‘देवदास’ के लिए उन्हें बेस्ट को-स्टार का खिताब भी मिला। साल 2008 में माधुरी दीक्षित को पद्मश्री पुरस्कार से भी नवाजा गया।
मुस्कान पर हर कोई फिदा
माधुरी की मुस्कान उनके अभिनय की ही तरह आकर्षक हैं यही वजह है कि दर्शक उनकी ओर खींचे चले आते हैं। साल 1999 में माधुरी ने अमेरिका में प्रैक्टिस कर रहे हार्ट सर्जन श्रीराम माधव नेने से शादी कर, कुछ समय के लिए बॉलीवुड से ब्रेक ले लिया था। इनके दो बच्चे आरिन और रिहान हैं। लंबे समय तक बॉलीवुड से दूर रहने वाली माधुरी साल 2011 में अपने परिवार के साथ वापस मुंबई रहने चली आईं।
माधुरी दीक्षित की सादगी और सुंदरता पर ना जाने कितने लोग फिदा है। उसमें मशहूर पेंटर मकबूल फिदा हुसैन भी खुद को बचा नहीं पाए थे। उन्होंने माधुरी की पेंटिंग्स के साथ-साथ उन्हें लेकर एक आर्ट फिल्म गजगामिनी भी बनाया था। साल 2007 में रिलीज हुई माधुरी दीक्षित की फिल्म आ जा नचले के फिल्म के लिए एम.एफ. हुसैन ने पूरा थियेटर ही बुक करवा दिया था।