कादर भाई की मौत पर सदमें का दिखावा खूब हुआ, लेकिन कोई पहुंचा नहीं विदा करने
कादर खान के निधन से फिल्म इंडस्ट्री सदमे में नजर आई। लेकिन ये सदमा दिखावा ही साबित हुआ है। 81 साल के कादर का कनाडा के एक अस्पताल में सोमवार शाम 6 बजे निधन हो गया था। बुधवार देर रात (भारतीय समयानुसार) कादर का अंतिम संस्कार हुआ। उनके निधन पर बॉलीवुड की हस्तियों ने शोक जताया। लेकिन कोई भी बॉलीवुड स्टार अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचा।
मुंबई : कादर खान के निधन से फिल्म इंडस्ट्री सदमे में नजर आई। लेकिन ये सदमा दिखावा ही साबित हुआ है। 81 साल के कादर का कनाडा के एक अस्पताल में सोमवार शाम 6 बजे निधन हो गया था। बुधवार देर रात (भारतीय समयानुसार) कादर का अंतिम संस्कार हुआ। उनके निधन पर बॉलीवुड की हस्तियों ने शोक जताया। लेकिन कोई भी बॉलीवुड स्टार अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचा।
ये भी देखें : कादर खान कर रहे थे कुरान शरीफ का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद
आपको बता दें, कादर पिछले कई सालों से बीमार चल रहे थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें कुछ ही दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
बॉलीवुड़ को सब कुछ दे दिया, उसने वापस नहीं किया
काबुल में जन्में कादर खान ने 1973 में राजेश खन्ना की फिल्म ‘दाग’ के साथ फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया था. खान ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए संवाद लिखे हैं। अभिनेता बनने से पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी दीवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे।
ये भी देखें : नहीं रहे कादर खान, 81 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया. देसाई के साथ उन्होंने ‘धर्म वीर’, ‘गंगा जमुना सरस्वती’, ‘कुली’, ‘देश प्रेम’, ‘सुहाग’, ‘परवरिश’ और ‘अमर अकबर एंथनी’ जैसी फिल्में कीं और मेहरा के साथ उन्होंने ‘ज्वालामुखी’, ‘शराबी’, ‘लावारिस’, ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्मों में काम किया है।
कादर खान ने अपना करियर, राजेश खन्ना की फिल्म दाग के साथ शुरू किया था। इसके साथ वो 300 से ऊपर बॉलीवुड फिल्मों का हिस्सा थे। उन्हें अपने कई किरदारों के लिए बेहद पसंद किया गया था। गोविंदा और शक्ति कपूर या जॉनी लीवर के साथ उनकी तिकड़ी बहुत पसंद की जाती थी।
�