लखनऊ: चांदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल, एक तू ही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल, जब से लाइनें उन्होंने गाई, तो शायद वो भी नहीं जानते होंगे कि ये गाना इस कदर धमाल मचाएगा। इस गाने के बाद मानो हर लड़के को अपनी अपनी महबूबा की तारीफ करने के लिए अल्फाज मिल गए हों। जिस गली निकल जाइए, उस गली में क्या बच्चे क्या जवान हर कोई गुनगुनाता हुआ मिल जाता था। न जाने कितने बूढ़े लोगों को उनकी जवानी के दिनों को इस गाने ने याद दिलाया था। पर क्या कोई जानता है कि इस खूबसूरत गाने को आवाज देने वाले मशहूर गायक पंकज उधास ने एक बीयर बनाने वाले के घर में जन्म लिया था।
चिट्ठी आई है गाने से मिली पहचान
-गजल गायकी को नया आयाम देने वाले पंकज उधास का आज जन्मदिन है।
-उधास को 1986 में आई फिल्म 'नाम' में गायकी से प्रसिद्धि मिली।
-जिसमें उनका एक गीत 'चिठ्ठी आई है.' काफी पसंद किया गया था।
-उसके बाद से उन्होंने कई फिल्मों के लिए एक पार्श्व गायक के रूप में अपनी आवाज दी है।
-इसके अतिरिक्त उन्होंने कई एल्बम भी रिकॉर्ड किए हैं।
-2006 में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
-पंकज अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं।
इमोशनल हुए दर्शक ने दिया था 51 रूपए का इनाम
-बताया जाता है कि पंकज उधास के गानों में एक अजीब सी कशिश होती है।
-उनका गाया हर गाना दिल को छू जाने वाला होता है।
-भारत चीन यु्द्ध के दौरान उन्होंने ऐ मेरे वतन के लोगों गाना गाया था।
-उनकी आवाज में इतना दर्द था कि एक दर्शक रोने लगा।
-उनकी तारीफ में उसने पंकज उधास को 51 रूपए का इनाम दिया था।
-इसके अलावा पंकज उधास ने कई गजलें और गाने गाए हैं।
हम आपको सुनाते हैं गजल के जादूगर की आवाज के कुछ तराने जिन्हें सुनकर आप भी इनके फैन हो जाएंगे।
1- चिट्ठी आई है.. आई है...
2- चांदी जैसा रंग है तेरा
3- मयखाने से शराब से
4- थोड़ी-थोड़ी पिया करो
5- जियें तो जियें कैसे बिना आपके
6- निकलो न बेनकाब जमाना खराब है