Sai Pallavi: बवाल बना साईं पल्लवी का कश्मीरी पंडितों पर बयान, सोशल मीडिया पर युद्ध जारी

Sai Pallavi on Kashmir Files: एक्ट्रेस साईं पल्लवी अपनी आने वाली फिल्म 'विरता पर्वम' के प्रमोशन में जुटी हुई है। लेकिन फिल्म के आने से पहले उनके बयान ने हड़कंप मचा दिया है।

Report :  Vidushi Mishra
Update:2022-06-16 16:10 IST

साईं पल्लवी (फोटो-सोशल मीडिया)

Sai Pallavi on Kashmir Files: साउथ की मशहूर अभिनेत्री साईं पल्लवी इन दिनों अपनी आने वाली मूवी 'विरता पर्वम' (Virata Parvam) के प्रमोशन में लगी हुई हैं। लेकिन इस बीच हुए एक इंटरव्यू ने उनके लिए कई मुसीबतें खड़ी कर दी हैं। एक्ट्रेस ने इंटरव्यू के दौरान कश्मीरी पंडितों और मॉब लिंचिंग को लेकर कुछ ऐसे बयान दे दिए, जिसकी वजह से विवाद बढ़ते समय नहीं लगा। 

एक्ट्रेस साईं पल्लवी अपनी आने वाली फिल्म 'विरता पर्वम' (Virata Parvam) के प्रमोशन में जुटी हुई है। लेकिन फिल्म के आने से पहले उनके बयान ने हड़कंप मचा दिया है। दरअसल, एक इंटरव्यू में उन्होंने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की तुलना गो तस्करी के आरोपियों की लिंचिंग से कर दी। जिसमें उन्होंने कहा कि हिंसा कोई भी करे वह गलत है। साईं के इस बयान से सोशल मीडिया पर काफी बेहस छिड़ गई है।

साईं पल्लवी ने 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर दिखाए गए अत्याचार, उनकी हत्या और महिलाओं पर हुई जुर्म के सीन की तुलना मॉब लिंचिंग की। इस बयान के बवाल मच गया। यूजर्स सोशल मीडिया पर साईं पल्लवी के बयान को लेकर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। जबकि कुछ लोग साईं के सपोर्ट में भी होते हुए दिख रहे हैं। 

द कश्मीरी फाइल्स (फोटो-सोशल मीडिया)

सोशल मीडिया पर एक ही मुद्दे पर बड़ी तादात में यूजर्स का जुबानी युद्ध जारी है। इस बयान के बाद से एक के बाद एक नए किस्से सामने आ रहे हैं। जिनको देखकर लग रहा है कि ये किसी नए विवाद को जन्म देगा। फिलहाल साईं अपने बयान की वजह से ट्रोल का शिकार हो रही हैं।

साईं के इस बयान से मचा बवाल

पूरा वाकया ये है कि साईं पल्लवी ने हाल में ही एक यूट्यूब चैनल को इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में साईं पल्लवी से फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' से जुड़ा सवाल किया गया। जिसका जवाब देते हुए साईं ने कहा कि- मैं एक समान सोच वाले एनवायरनमेंट में पली बड़ी हुई हूं। कौन सही है और कौन गलत, मैं यह नहीं बता सकती हूं। लेकिन फिल्म में दिखाया गए है कि कश्मीरी पंडितों का जेनोसाइड अगर धर्म के लिए किया गया है, तो देश के एक राज्य में कुछ समय पहले गाय ले जाने वाले मुस्लिम शख्स को भी बुरी तरह पीटा गया था।

आगे उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं उससे जय श्री राम के नारे भी लगवाए गए थे। यह भी तो धर्म के नाम पर हिंसा ही थी। दोनों में फिर क्या अंतर है। मेरे परिवार ने मुझे एक बेहतर इंसान बनना सिखाया है, इसलिए मैं हमेशा न्यूट्रल रहने की कोशिश करती हूं, और गलत के खिलाफ खड़ी होती हूं।



 

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