दादरी के बिसाहड़ा कांड की हकीकत को बयां करता है फिल्म ‘द ब्रदरहुड’ का ट्रेलर, क्या देखा आपने?
नई दिल्ली : 28 सितंबर 2015 की वह रात शायद ही कोई भूला होगा, जब दादरी के गांव बिसाहड़ा में गौ हत्या के आरोप में अखलाख नाम के व्यक्ति की हत्याकर दी गई थी। देश भर में 'असहिष्णुता' का मुद्दा गरमाया था। यहां तक कि कई महान हस्तियों ने खुद को मिले हुए पद्म श्री पुरूस्कार तक लौटा दिए थे। उस टाइम पर देश का माहौल ऐसा बन गया था कि हिंदू-मुसलमान एक-दूसरे के जान के दुशमन बन गए थे। इनके बीच की खाइयां और भी गहरी हो गई थी।
दादरी के बिसाहड़ा कांड की हकीकत बयां करती डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘द ब्रदरहुड’ का शाम ट्रेलर रिलीज हो गया है। इसे आप यूट्यूब पर भी देख सकते हैं। ट्रेलर देखकर आपकी आंखों के सामने बिसाहड़ा की दर्दनाक यादें एक बार फिर ताजा हो जाएंगी। साथ ही आपको यह भी लगेगा कि यहां हिंदू-मुस्लिम रिश्तों को खत्म करना नामुमकिन है।
किसने बनाई है डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘द ब्रदरहुड
-डॉक्यूमेंट्री।को पंकज पाराशर ने ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के सहयोग से बनाया है।
-उनका कहना है कि ‘द ब्रदरहुड’ में बिसाहड़ा कांड और अखलाख की हत्या से पैदा हुई परिस्थितियों को दर्शाया गया है।
-यहां के दो गांवों घोड़ी बछेड़ा और तिल बेगमपुर के बीच रिलेशन इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म का मेन टॉपिक है।
-घोड़ी बछेड़ा हिन्दू ठाकुरों का गांव है और तिल बेगमपुर में मुस्लिम ठाकुर हैं।
-लेकिन घोड़ी बछेड़ा गांव, तिल बेगमपुर गांव को अपना बड़ा भाई मानता है।
-पंकज पाराशर का यह भी कहना है कि करीब 24 मिनट की डॉक्यूमेंट्री के दौरान ग्रेटर नोएडा, दादरी, जैसलमेर, सोमनाथ और ऋषिकेश से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं और स्थल देखने को मिलेंगे।
भाईचारे और इतिहास का मिश्रण है यह फिल्म
-दोनों गांवों के भाईचारे, घटनाओं और इतिहास को डॉक्यूमेंटरी 'द ब्रदरहुड' दिखाएगी।
-जब देश में सांप्रदायिकता के नाम पर माहौल खराब किया जा रहा है ऐसे में यह डॉक्यूमेंट्री अच्छा मैसेज देती है।
-फिल्म 'द ब्रदरहुड' के ट्रेलर को लोगों का अच्छा रिएक्शन मिल रहा है।
आगे की स्लाइड में देखिए अख़लाक़ की लाइफ पर बनी फिल्म ‘द ब्रदरहुड’ का ट्रेलर