Mungfali ke Fayde:डायबिटीज रोगियों के लिए वरदान है मूंगफली, शरीर में इन्सुलिन को करता है नियंत्रित
विशेषज्ञों के अनुसार मूंगफली में मौजूद प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम Insulin Resistance यानि इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है। जिससे ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
Mungfali ke Fayde: डायबिटीज एक ऐसी परेशानी जो खुद में कोई बीमारी नहीं है बल्कि इसकी वजह से कई सारी बीमारियां शरीर में घर कर लेती है। बता दें कि डायबिटीज में शरीर के पैंक्रियाज में इंसुलिन कम पहुंचने के कारण खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। जो डायबिटीज का कारण बन जाती है।
गौरतलब है कि इंसुलिन मारे शरीर में पाचक ग्रंथि से बनने वाला एक हार्मोन है जो भोजन को एनर्जी में बदलने में सहायक होता है। लेकिन डायबिटीज के रोगियों में इंसुलिन रेसिस्टेंस यानि इंसुलिन प्रतिरोध की ही समस्या मुख्य होती है। वैसे तो कृत्रिम इन्सुलिन और दवाइयों से शरीर में इसकी पूर्ति की जाती है। लेकिन कई ऐसे सुपर फ़ूड भी हैं जो शरीर में इन्सुलिन बढ़ाने की प्रक्रिया में मदद करते हैं। इसमें किये गए शोध में मूंगफली का रोज़ाना सेवन डायबिटीज के मरीज़ों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
मूंगफली में प्रचुर मात्रा में मौजूद है मैग्नीशियम
विशेषज्ञों के अनुसार मूंगफली में मौजूद प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम Insulin Resistance यानि इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है। जिससे ब्लड में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसलिए एक्सपर्ट्स मधुमेह रोगियों के लिए रोजाना डाइट में 10 से 20 ग्राम मूंगफली शामिल करना फायदेमंद होता है। वैसे भी मूंगफली को हेल्दी फूड्स की ही श्रेणी में रखा जाता है। लेकिन डायबिटीज में यह एक औषधि के रूप में भी काम करती है। बता दें कि मुट्ठी भर भूने हुए नमकीन मूंगफली में प्रचुर मात्रा में नियासिन, मैंग्नीज, फाइबर, फॉस्फोरस, विटामिन-ई, फोलेट, कॉपर और मैग्नीशियम मौजूद होता है।
ब्लड शुगर लेवल को बेहतर करने में इसका बड़ा योगदान
विशेषज्ञों के अनुसार ब्लड शुगर लेवल को बेहतर करने में भी इस छोटे से फूड का बड़ा योगदान होता है। बता दें कि मूंगफली का जीआई वैल्यू केवल 14 होने के कारण ये ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता है। गौतलब है कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक ऐसा रेटिंग सिस्टम जिसके द्वारा किसी भी फूड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा का पता लगाया जा सकता है। इसलिए मूंगफली का सेवन मधुमेह के रोगियों के लिए एक दवा के रूप में भी काम करता है। क्योंकि इसके कार्बोहाइड्रेट्स ना के बराबर होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
इसके अलावा मूंगफली का सेवन लोगों में वजन बढ़ने से भी रोकता है। जो डायबिटीज होने का कारण बनती है। विशेषज्ञों के मुताबिक मूंगफली के सेवन से वजन पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है। मूंगफली में मौजूद प्रचुर मात्रा में अमीनो एसिड्स वजन को काबू में रखने वाले हार्मोन्स को रिलीज करने में सहायक होता है। साथ ही, इसमें मौजूद फाइबर से लोगों को जल्दी भूख का अहसास नहीं होता और वो ज्यादा खाने से बच जाते हैं।
डायबिटीज मरीजों को देता है ताकत
इतना ही नहीं डायबिटीज रोगियों के बॉडी सेल्स इंसुलिन को रिस्पॉन्ड नहीं करते हैं जिस वजह से ग्लूकोज खून में ही जमा होने लगता है जो उन्हें अत्यधिक थकान महसूस करवाती है। लेकिन ऐसे में मूंगफली जो प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स का बेहतरीन स्रोत है उसका सेवन डायबिटीज के मरीज़ों को ताकत और एनर्जी प्रदान करता है।
बता दें कि मूंगफली में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो कम होती है जो इन्सुलिन की समस्या को काफी हद तक नियंत्रण में रखता है। नियंत्रित करने में मदद मिलती इसलिए विशेषज्ञ मधुमेह रोगी को रोजाना की 10 से 20 ग्राम मूंगफली खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा सूखे मेवों में मधुमेह के रोगी बादाम, काजू, पिस्ता, खजूर और अखरोट का सीमित मात्रा में सेवन कर सकते है।