चीन की पाताल में भी खैर नहींः अमेरिका दे रहा है P-8I एयरक्राफ्ट, जो बनेंगे काल
पोसाइडन-8I एयरक्राफ्ट के रेंज की बात करें तो यह 2200 किलोमीटर तक निशाना लगा सकती है। इसके अलावा यह 490 नॉटिकल माइल्स या 789 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।
नई दिल्ली: भारत एक तरफ कोरोना से जंग लड़ रहा है तो दूसरी तरफ अपने दो पड़ोसी की ओर से चल रही दुश्मनी का भी मुंहतोड़ जवाब भी दे रहा है। भारत ने अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए और चीन के साथ विवाद के मद्देनजर भारत ने डिफेंस डील्स में तेजी शुरू कर दी है। बता दें कि भारत ने अब अमेरिका से छह और पोसाइडन-8I (P-8I) एयरक्राफ्ट खरीदने की तैयारी कर ली है। ये विमान पहले ही भारतीय नेवी इस्तेमाल कर रही है।
भारत ने अमेरिका से प्रीडेटर-बी आर्म्ड ड्रोन्स भी खरीदने का फैसला किया
सूत्रों के मुताबिक, भारत ने करीब 1.8 अरब डॉलर में छह और P-8Is के लिए 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' जारी कर दिया गया है। यह सौदा पेंटागन के फॉरेन मिलिट्री सेल्स प्रोग्राम के तहत होगा। पोसाइडन-8I एयरक्राफ्ट्स को बोइंग बनाती है। फिलहाल हिंद महासागर के अतिरिक्त इनका इस्तेमाल पूर्व लद्दाख में भी सर्विलांस मिशन के लिए हो रहा है। भारत ने अमेरिका से प्रीडेटर-बी आर्म्ड ड्रोन्स की खरीद को भी फास्ट-ट्रैक किया है।
भारतीय नेवी के बेड़े के शान बढ़ाएंगे आठ P-8I एयरक्राफ्ट्स
भारतीय नेवी अपने बेड़े में पहले ही आठ P-8I एयरक्राफ्ट्स को शामिल कर चुकी है। जनवरी 2009 में 2.1 अरब डॉलर में सौदा हुआ था। इसके बाद जुलाई 2016 में 1.1 अरब डॉलर में चार और P-8I एयरक्राफ्ट के लिए सौदा हुआ था। इस साल के अंत तक इसकी डिलीवरी शुरू हो जाएगे।
2200 किलोमीटर की रेंज तक निशाना
पोसाइडन-8I एयरक्राफ्ट के रेंज की बात करें तो यह 2200 किलोमीटर तक निशाना लगा सकती है। इसके अलावा यह 490 नॉटिकल माइल्स या 789 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। यह विमान हार्पून ब्लॉक II और हल्के टारपीडो से लैस है। यह अपने साथ 129 सोनोबॉय को ले जा सकता है। सोनोबॉय गहरे पानी में छिपी पनडुब्बियों की टोह लेने में काम आते हैं। इसके अलावा इससे एंटी शिप मिसाइल भी दागी जा सकती है। सीधे शब्दों में कहें तो पनडुब्बियों के लिए यह काल है।
P-8I विमान की और भी हैं विशेषताएं
प्रणोदन: दो CFM56-7 इंजन प्रत्येक 27,300 पाउंड थ्रस्ट पैदा करते हैं
लंबाई: 39.47 मीटर
पंख का फैलाव: 37.64 मीटर
ऊंचाई: 12.83 मीटर
अधिकतम टेकऑफ़ वजन: 85,139 किलोग्राम
गति: 490 समुद्री मील (789 किमी / घंटा)
रेंज: 1,200+ समुद्री मील
चालक दल: 9
P-8I एयरक्राफ्ट के आने से भारतीय सेना और मजबूत हो जाएगी। इस एयरक्राफ्ट से पनडुब्बियों को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है। भारतीय नेवी के लिए यह वरदान साबित होगी।