नई दिल्ली: उरी अटैक के बाद से पाक के खिलाफ भारतीयों में आक्रोश है। पाकिस्तानी कलाकारों की मूवीज पर भारत में प्रतिबंध को लेकर बहस जारी है। इसी बीच रिलायंस इंड्रस्टी के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा कि पहले देश की बात होनी चाहिए न कि कला और संस्कृति की।
अंबानी ने सोमवार को कहा, मैं निश्चित रूप से एक बात को लेकर स्पष्ट हूं कि मेरे लिए देश पहले है। मैं एक बौद्धिक व्यक्ति नहीं हूं, ऐसे में, मैं इन चीजों को नहीं समक्षता हूं। लेकिन निसंदेह सभी भारतीयों की तरह मेरे लिए भारत पहले है।
अंबानी डिजिटल मीडिया संगठन द प्रिंट द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'ऑफ द कफ' में यह बयान दिया। उनसे पूछा गया था कि पाकिस्तानी अभिनेताओं और अन्य कलाकारों के बारे में दर्शकों की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में अंबानी ने यह बात कही थी।
अंबानी से जब पूछा गया कि क्या वो पॉलिटिक्स में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा कि मैं राजनीति के लिए नहीं बना हूं।
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फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया यानी की FTTI के चेयरपर्सन गजेंद्र चौहान ने सरकार के सामने डिमांड रखी है कि पाकिस्तानी एक्टर्स के साथ-साथ वहां के कमेंटेटर्स को भी इंडिया आने का वीजा नहीं देना चाहिए। दरअसल गजेंद्र चौहान का मानना है कि पाकिस्तानी स्टार्स न केवल हमारे यहां के लोगों का रोजगार छीनते हैं बल्कि हो सकता है कि यहां की सूचनाएं भी चोरी-चोरी पाकिस्तान भेजते हों।
बता दें कि जब हाल ही में गजेंद्र चौहान से पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम को लेकर कुछ सवाल पूछे गए, तो गजेंद्र चौहान ने कहा कि ‘हमारे इंडिया में बाहरी लोगों के टैलेंट की जरूरत नहीं है। मैं तो कहता हूं कि न केवल पाकिस्तानी एक्टर्स बल्कि इंडिया आने वाले क्रिकेट कमेंटेटर्स को भी बैन कर देना चाहिए। कौन जानता है कि वे लोग सेंसिटिव इनफार्मेशन अपने देश के लोगों को शेयर करते होंगे?
इसके अलावा गजेंद्र चौहान ने यह भी कहा कि जब हमारे देश में ब्रिटेन से आने वाली कैटरीना कैफ को ई-वीजा मिलता है, लेकिन पाकिस्तानी एक्टर्स के लिए ऐसे किसी वीजा का प्रावधान नहीं है। पाकिस्तानी एक्टर्स को यहां ‘कल्चरल एक्टिविटीज’ के लिए परमिट दिया जाता है।