नई दिल्लीः भारत और अमेरिका ने आतंक के मसले पर पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी है। दोनों दशों के विदेश मंत्रियों सुषमा स्वराज और जॉन केरी ने मंगलवार को मुलाकात के बाद आतंकियों की पनाहगाह खत्म करने का अल्टीमेटम पाक को दिया। अपने ज्वॉइंट स्टेटमेंट में भारत-अमेरिका ने कहा है कि अच्छा और बुरा आतंकी नहीं होता और इस मामले में किसी देश को दोहरा मानदंड नहीं अपनाना चाहिए।
इस बीच, अमेरिका में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (लेमोआ) पर दस्तखत किए। इससे पाक और चीन बेचैन हैं। चीन के सरकारी अखबार ने इस पर धमकी भरे लहजे में कहा है कि इससे भारत सुरक्षित नहीं होगा और चीन-रूस से उसके रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
सुषमा-केरी ने क्या कहा?
सुषमा और केरी इस पर एक मत थे कि पाकिस्तान को 2008 में मुंबई और इस साल पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले से जुड़े संगठनों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। सुषमा ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री को सीमा पार से घुसपैठ, आतंक और पाकिस्तानी हरकतों के बारे में जानकारी दी है। वहीं, जॉन केरी ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ और आर्मी चीफ राहिल शरीफ से कहा है कि किसी भी आतंक फैलाने वाले गुट को वहां पनाह न मिले।
ये भी पढ़ें ...केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा, सरकार देगी दो साल का बकाया बोनस
अमेरिका-भारत में लेमोआ संधि
इस बीच, रक्षा मंत्री ने अमेरिका से जिस लेमोआ संधि पर दस्तखत किए, उसके तहत दोनों देशों की सेना एक-दूसरे की जमीन, एयरबेस और नौसैनिक अड्डों का इस्तेमाल सप्लाई और रिपेयर के लिए कर सकेगी। इस संधि से नए हथियार और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर में मदद मिलेगी। भारत की सेना को बेहतरीन ट्रेनिंग और सुविधाएं मिलेंगी। इससे चीन और पाकिस्तान परेशान दिख रहे हैं।
ये भी पढ़ें ...पड़ोस से जारी आतंकवाद से निपटने में साथ देगा अमेरिका, हुआ समझौता
लेमोआ पर चीन ने दी धमकी
लेमोआ संधि पर चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' ने लिखा है कि भारत और अमेरिका के सैन्य संबंधों में ये लंबी छलांग है। अखबार ने लिखा है कि इस संधि से भारत राजनीतिक आजादी गंवा सकता है। साथ ही इससे चीन, रूस और पाकिस्तान से उसके रिश्ते खराब हो सकते हैं। चीन के अखबार ने धमकी भरे लहजे में लिखा है कि इस संधि से भारत सुरक्षित भी नहीं होगा।