इलाहाबाद: आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले ने शनिवार को मुख्य न्यायाधीश कक्ष में इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। यूपी के गवर्नर राम नाईक ने उन्हें 10.15 बजे मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुंबई हाईकोर्ट, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कार्यरत जज उपस्थित थे। इस समारोह में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सभी न्यायाधीश, न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता, महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश, राज्य विधि अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में महाराष्ट्र से आये अधिवक्ता मौजूद थे।
हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डा.जस्टिस डी.वाई.चन्द्रचूड़ के सुप्रीम कोर्ट का जज बन जाने के बाद यह पद रिक्त था। वरिष्ठ न्यायमूर्ति जस्टिस वी.के.शुक्ला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम कर रहे थे। जस्टिस डी.बी.भोसले मुंबई हाईकोर्ट के जज थे। बाद में तबादला हो जाने के बाद वह आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस बने। मुख्य न्यायाधीश भोसले 29 जुलाई को दोपहर वाराणसी एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से इलाहाबाद पहुंच गये थे। उनके साथ उनके 108 रिश्तेदारों का बड़ा समूह भी इलाहाबाद उनके शपथ ग्रहण समारोह का साक्षी बनने के लिए आया था।
मुंबई हाईकोर्ट व आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट व तेलंगाना के कार्यरत न्यायाधीशों के अलावा बड़ी संख्या में मुंबई हाईकोर्ट के अधिवक्ता आये थे। इन अधिवक्ताओं में कई ऐसे थे जो मुख्य न्यायाधीश के साथ हास्टल में रहकर पढ़ाई किये थे और बाद में इनके साथ मुंबई हाईकोर्ट में वकालत करते रहे।
जस्टिस डी.बी. भोसले का जन्म 24 अक्टूबर 1956 को हुआ। उन्होंने एलएलबी की डिग्री गर्वनमेंट लाॅ काॅलेज मुंबई से ली। उन्होंने जून 1980 में इन्होंने वकालत शुरू कर की। 22 जनवरी 2001 को वे मुंबई हाईकोर्ट में जज नियुक्त हुए। 6 जनवरी 2012 को उनका बतौर जज कर्नाटक हाईकोर्ट में तबादला हो गया। चीफ जस्टिस भोसले बाम्बे में असिस्टेंट गर्वनमेंट प्लीडर व असिस्टेंट प्राजीक्यूटर भी रहे। जस्टिस भोसले का विवाह 26 अप्रैल 1982 को अरूंधती से हुआ। उनके एक बेटा और एक बेटी हैं। दोनों बच्चे विवाहित हैं और मुंबई में रहते हैं।