चुनाव में तनु की जीत, US में बैठे किया था नॉमिनेशन, फर्जीवाड़े का आरोप

Update:2016-02-07 12:24 IST

कासगंज: सोरो ब्लॉक प्रमुख पद पर तनु यादव ने चुनाव जीत लिया है। हालांकि, उनपर फर्जीवाड़े का संगीन आरोप भी लगा है। आरोप है कि उन्होंने अमेरिका में बैठकर ही नॉमिनेशन फाइल कर दिया। फर्जी दस्तखत के जरिए किया गया नॉमिनेशन तमाम आपत्तियों के बावजूद भी खारिज नहीं किया गया। उन्होंने रविवार को हुए चुनाव में 26 वोटों से जीत हासिल कर ली है। उन्हें 68 और शैलेश यादव को 42 वोट मिले।

कौन है ये कैंडिडेट?

-तनु यादव कासगंज के बाहुबली सपा नेता देवेंद्र सिंह यादव की बेटी और उत्तर प्रदेश के चर्चित प्रमुख नौकरशाह पंधारी यादव की साली हैं।

-आरोप है कि ये अपने पति अभिषेक यादव के साथ पिछले कई सालों से अमेरिका में रह रही हैं।

-अपने अमेरिकी प्रवास के दौरान ही उन्होंने कासगंज जिले के अल्लीपुर बरबारा और भड़पुरा से क्षेत्र पंचायत के वार्ड 110 से चुनाव लड़ा और जीता।

-अब वह कासगंज के सोरो ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख पद की उम्मीदवार हैं।

अमेरिका में बैठे कर दिया नॉमिनेशन

-इनपर आरोप है कि 5 फरवरी 2016 को सोरो ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन करते वक्त ये भारत में नहीं थीं।

-नॉमिनेशन पेपर और घोषणा पत्र पर इनके नकली हस्ताक्षर थे।

अमेरिकी नागरिक, इंडिया में भी वोटर आईडी

-तनु यादव लंबे समय से अमेरिका में रह रही हैं, हालांकि इन्होंने वोटर आईडी कासगंज जिले की भी बनवा रखी है।

-राज्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश की क्षेत्र पंचायत प्रमुख निर्वाचन (2016) के लिए बनी वोटर लिस्ट कासगंज 5- सोरो में सीरियल नंबर 110 पर इनका नाम तनु यादव पत्नी -अभिषेक यादव उम्र 33 साल, क्षेत्र पंचायत वार्ड 110 अल्लीपुर बरवारा एवं भड़पुरा कासगंज अंकित हैं।

आपत्ति को किया गया नजरअंदाज

-सपा प्रत्याशी तनु यादव के खिलाफ सोरो ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ रहे शैलेश यादव ने 5 फरवरी 2015 को तनु यादव का नामांकन दाखिल होने पर उस नॉमिनेशन को निरस्त करने के लए सोरो ब्लॉक में तैनात सहायक निर्वाचन अधिकारी आरके तिवारी, सेल्स टैक्स डिप्टी कमिश्नर को लिखित में शपथ पत्र के साथ समय रहते आपत्ति दर्ज करवाई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि तनु यादव खुद नॉमिनेशन फाइल करने के लिए नहीं आई हैं और वे विदेश में है। उनके फर्जी साइन से नॉमिनेशन किया गया है। सत्ता के रसूख की वजह से तनु यादव का नॉमिनेशन कैंसिल नहीं किया गया।

मामला तूल पकड़ने पर आईं इंडिया

-आरोप है कि जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो आनन-फानन में तनु यादव को अमेरिका से कासगंज बुलाया गया और शनिवार शाम कासगंज में पहुंची हैं।

-तनु यादव ने कहा कि वो भारत की नागरिक हैं और उनके पास वोटर आईडी कार्ड है। वो इंडिया में टैक्स भी जमा करती हैं।

प्रशासन ने क्यों नहीं लिया एक्शन?

-यहां बड़ा सवाल यह है कि तनु यादव के खिलाफ इतने गंभीर आरोप लगाने के बाद भी इस पूरे मामले की कासगंज के जिला प्रशाशन ने जांच क्यों नहीं कराई?

-इनके नॉमिनेशन को निरस्त क्यों नहीं किया गया? अभी तक जिला प्रशासन ने तनु यादव के खिलाफ दाखिल की गई आपत्ति का जवाब नहीं दिया है।

 

एक और बेटी कर चुकी फर्जीवाड़ा

कासगंज के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष विक्रम यादव ने यह भी आरोप लगाया है कि कासगंज के वर्तमान सपा जिला अध्यक्ष और पूर्व सांसद देवेंद्र यादव की दूसरी लड़की बशु यादव जो अभी कासगंज की जिला पंचायत अध्यक्ष है , जिला पंचायत अध्यक्ष कासगंज के पद पर नामांकन करते समय दुबई में थी और उनका भी फर्जी हस्ताक्षर से नॉमिनेशन करवाया गया था। वो न तो नॉमिनेशन करते समय उपस्थित थी और न ही प्रमाण पत्र लेते समय।

'जिताने का प्रयास'

शैलेश यादव ने राज्य निर्वाचन आयोग लखनऊ को शिकायत में यह भी आरोप लगाया हैं कि सत्ता के दवाव में तनु यादव को चुनाव जिताने के लिए कासगंज जिला प्रशासन ने सोरो ब्लॉक प्रमुख पद के लिए कुल 110 मतदाताओ में से 65 को वोट डालने के लिए हेल्पर जारी किए गए हैं, जबकि मात्र मतदाता सूची में मात्र 19 वोटर ही निरक्षर हैं और शारीरिक रूप से एक भी मतदाता अपंग या अक्षम नही हैं। आरोप है कि हेल्पर उपलब्ध कराए गए सभी मतदाता खरीदे गए है। उनके स्थान पर हेल्पर ही वोट डालेंगे, जबकि ये चुनाव आयोग की गाइडलाइन का खुला उल्लंघन है। आज के चुनाव में भी सत्ताधारी दल के दवाव में मतदान में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की जा रही है।

डीएम की चुप्पी

इस पूरे मामले में जब कासगंज के डीएम के विजियेंद्र पांडियन से बात करने के कोशिश की गई, तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मन कर दिया।

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