भाई ने भेजा रेल मंत्री को TWEET तब जाकर बहन को मिली कंफर्म बर्थ

Update:2016-02-06 19:53 IST

गोरखपुर. वैशाली एक्सप्रेस में अकेली जर्नी करने वाली बहन को सीट नहीं मिली तो भाई ने ट्वीट कर रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मदद मांगी। जैसा कि ऐसे मामलों में होता आया है कि रेल मंत्री के ऑफिस ने इस मामले का संज्ञान लिया और परेशान भाई-बहन को राहत मिल गई। newztrack.com पर इस खबर को पब्लिश किए जाने के बाद युवती के मामा शशांक ने फेसबुक पर मैसेज भेजकर थैंक्यू कहा।

कुल सीट थी 46, एलॉट हुई बर्थ 48 नंबर

गोरखपुर की रहने वाली एक युवती 5 फरवरी को शाम लगभग 5 बजे वैशाली एक्सप्रेस से जर्नी करने के लिए ट्रेन में सवार हुईं, लेकिन रेलवे की लापरवाही से उन्हें सीट नहीं मिली। दरअसल उन्हें ए-2 कोच में 48 नंबर की बर्थ का कन्फर्म टिकट मिला। ट्रेन में चढ़ने पर उसे मालूम पड़ा कि इस कोच में केवल 46 ही बर्थ हैं। अकेली जर्नी कर रही इस युवती ने जब ट्रेन में मौजूद टीटीई से बात की तो उसने कोई भी मदद देने से इनकार कर दिया। युवती ने परेशान होकर अपने भाई प्रणय से बात की और उनके कहने पर उनके दोस्त तापस ओझा ने ट्वीट किया

रेलमंत्री को ट्वीट के जरिए मिली जानकारी

ट्रेन में अकेली बहन को मदद मिलती न देख प्रणय और तापस ओझा ने ट्विटर का यूज करने की सोची। उन्होंने रेलमंत्री को इस पूरे मामले की इन्फॉर्मेशन ट्वीट के जरिए दी। इस मामले का संज्ञान लेते हुए रेल मंत्री के ऑफिस की ट्विटर टीम ने एनई रेलवे के ट्विटर हैंडल @nerailwaygkp को मामला रेफर किया। एनई रेलवे के जीएम राजीव मिश्रा ने इस मामले में सीपीआरओ संजय यादव को महिला को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। जीएम के निर्देश पर युवती को लखनऊ पहुंचते-पहुंचते सीट अवेलेबल करा दी गई।

क्या किया एनई रेलवे ने ?

- सीपीआरओ संजय यादव ने तुरंत महिला पैसेंजर के मोबाइल पर बात की

- युवती को भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द सीट मिल जाएगी

- लखनऊ डिवीज़न से बात कर 30 मिनट के अन्दर युवती पैसेंजर को बर्थ दिलाई गई

- ट्वीट भेजने वाले द्वारा युवती पैसेंजर के भाई प्रणय सिंह ने एनई रेलवे को धन्यवाद करते हुये ट्वीट भेजा:

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