बिजनौर: बुलंदशहर से बिजनौर पहुंची डीएम बी.चंद्रकला विवादों का गट्ठर भी अपने साथ ले गई हैं। बुलंदशहर में सेल्फी लेने वाले युवक को जेल भेजने वाली अधिकारी ने बिजनौर में एक फरियादी महिला को गंदी औरत कह कर उसे दफ्तर से निकाल दिया। इंसाफ की गुहार लेकर महिला का अपने दफ्तर पहुंचना कलेक्टर साहिबा को इतना बुरा लगा कि उन्होंने पीड़िता को चरित्रहीन बताते हुए उसके कागजात फेंक दिए। इस मामले में जब newztrack के रिपोर्टर ने डीएम चंद्रकला ने बात करनी चाही तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया।
सुनिए विक्टिम की बात
डीएम ने की बदसलूकी
-बिजनौर की जिलाधिकारी बी चंद्रकला पर फरियादी रानी ने बदसलूकी का आरोप लगाया।
-डीएम चंद्रकला ने फरियादी को दफ्तर से खदेड़ा, अपशब्द कहते हुए कागजात फाड़ दिए।
-रोती-बिलखती रानी ने मीडिया को अपना दुखड़ा सुनाया।
-पीड़िता इससे पहले थाने से लेकर एसपी तक अपनी गुहार लगा चुकी है।
-मुख्यमंत्री के 'आम आदमी को इंसाफ' वाला कोई दरवाजा पीड़िता के लिए नहीं खुला।
ससुराल से प्रताड़ित है महिला
-पीड़िता रानी का ससुराल वालों से विवाद चल रहा है।
-रानी अपने तीन बच्चों के साथ अलग रहती है।
-पति पर ससुराल वालों का दबाव है और रानी के लिए आर्थिक मदद बंद है।
-खाने-पीने के संकट से जूझती रानी सरकारी दफ्तरों में इंसाफ के लिए चक्कर काट रही है।