राम ने किया था सीता का अपहरण, ऐसा गुजरात के स्कूलों में पढ़ाया जा रहा

Update: 2018-06-03 11:01 GMT

नई दिल्ली: हर युग में सीता को अग्निपरीक्षा देनी पड़ रही है. यूपी में डिप्टी सीएम ने उन्हें टेस्ट ट्यूब बेबी बता दिया तो खूब हंगामा हुआ। अब एक नया मामला सामने आया है। गुजरात के स्कूलों में राम को सीताजी का अपहरणकर्ता बताया गया है। क्या है पूरा मामले जानने के लिए पढें यह रिपोर्ट

डॉ बीरबल ने उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा दिया गया बयान कि सीता 'टेस्ट ट्यूब बेबी' थी, अप्रासंगिक एवं अशोभनीय है। यह बात समाजसेवी और मिथिलालोक फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. बीरबल झा ने कही। डॉ. झा ने कहा कि सीता जगत जननी के रूप में स्थापित है। अगर राम सत्य है तो सीता भी। सीता राम की अर्धागिनी थीं, उनका जन्म मिथिला में हुआ था।

उन्होंने कहा, "सीता का जन्म कैसे हुआ, इस पर विवाद अप्रासंगिक है। आज का प्रसंग यह है कि सीता के सम्मान में मिथिला में उनके भव्य मंदिर का निर्माण हो।

पहले पाठ्यक्रम सुधारें

डॉ. बीरबल झा ने कहा "विडंबना है कि गुजरात के सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रम में राम को सीता का अपहरणकर्ता बताया गया है। इस भूल को तत्काल प्रभाव से सुधारा जाना चाहिए।" ख्यात लेखक ने दिनेश शर्मा से बयान वापस लेने की मांग की और कहा कि देवी सीता के नाम पर कोई राजनीतिक सौदेबाजी न हो।

कितनी अग्निपरीक्षा

डॉ. झा ने कहा, "21वीं सदी में नारी सशक्तीकरण एवं नारी सम्मान की बात हो रही है। मिथिला की बेटी सीता ने अपने बच्चों का अपने दम पर पालन-पोषण कर महिला सशक्तीकरण की मिसाल कायम की थी। त्रेता युग में भी सीता को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी, उन्हें अब और कितनी परीक्षाएं देनी पड़ेंगी?"

-आईएएनएस

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