आगरा: इतनी हंसी तो शायद कपिल शर्मा का शो देखने पर नहीं आएगी, जितना उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षा की कॉपियों के मूल्याकंन के दौरान शिक्षकों को आती होगी। यूपी में बोर्ड परीक्षा के परीक्षकों को कॉपियों से मार्मिक अपील और 50 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के नोट मिल रहे हैं। इन्हें कॉपियों मे रखकर छात्र-छात्राए परीक्षकों से परीक्षा में पास करने की अपील कर रहे हैं।
कॉपियों में मिलने वाले नोट के मामलों में मूल्याकंन कर रहे शिक्षकों पर कुछ असर पड़ता हो या नहीं, लेकिन उनका मनोरंजन जरूर हो जाता है। वहीं कुछ शिक्षकों का कहना है कि अच्छे नंबर के लिए बच्चों हर तरह से उनकी तारीफ करते हैं और कहते हैं कि अगर हम उन्हें पास करेंगे, तो भगवान हमें और तरक्की देगा।
50 से 100 रुपए के निकल रहे हैं नोट
-यूपी बोर्ड का मूल्याकंन कार्य लगातार जारी है।
-30 मार्च से शुरू हुआ ये कार्य पहले भले ही बहिष्कार के कारण कुछ समय के लिए बाधित रहा, लेकिन अब तेज रफ्तार से चल रहा है।
-इसके साथ ही मूल्याकंन कार्य में परीक्षकों को कापियों से सौ और पचास रुपए के नोट मिल रहे हैं।
-ऐसा नहीं है कि ये नोट सिर्फ किसी एक या दो शिक्षकों को नहीं बल्कि कई शिक्षकों को चेक करने वाली कापियों से मिल रहे हैं।
पैसे ही नहीं रखे, लिखी है मार्मिक अपील
-दूसरी तरफ कापियों से नोट के साथ छात्रों ने शिक्षकों के लिए मार्मिक अपील भी लिखी है।
-किसी ने शिक्षक को शादी का हवाला दिया तो किसी ने अंग्रेजी न आने की बात कही।
- कुछ ने कॉपी में कविता लिखकर शिक्षक को लुभाने की कोशिश की है।
-इन मामलों को देखकर यूपी बोर्ड का मूल्याकंन कार्य बेहद ही रोचक हो जाता है।
-इन्हें देखकर शिक्षकों का अच्छा खासा मनोरंजन भी हो जाता है।
-लेकिन इन मामलों को देखकर शिक्षा के गिरते स्तर का पता लगाया जा सकता है।
क्या कहना है शिक्षकों का
-शिक्षकों को कहना है कि कॉपियों मे परीक्षार्थी इसलिए रूपए रखते हैं ताकि वे शिक्षकों को अच्छे अंक देने के लिए प्रेरित कर सकें।
-इस तरह से एक दो नहीं बल्कि कई कॉपियों से नोट निकल रहे हैं।
-अब कॉपियों से निकलने वाले नोट वाले छात्रों को क्या शिक्षक अच्छे अंक दे देते हैं?
-शिक्षकों को कहना है कि वे नंबर तो उतने ही देते हैं, जितना छात्र ने काम किया है।
-लेकिन इस तरह से रूपए मिलने पर सभी की चाय पार्टी जरूर हो जाती है।