वाराणसी: पीएम मोदी ने डीरेका ग्राउंड में ई-रिक्शा बांटे और इसकी सवारी भी की। इसके बाद उन्होंने चालकों के संग चौपाल लगाई और उनकी समस्याएं सुनी। यह पहली बार हुआ था कि उनके लिए वहां किसी तरह का मंच नहीं बनाया गया। इस बार ई-रिक्शा वितरण कार्यक्रम के लिए मैदान में तीन चौपाल बनाए गए। मैदान में आने और जाने के लिए 4 गेट थे। इसी में से पूरब दिशा के गेट से पीएम की फ्लीट गाड़ियां अंदर आईं।
पीएम ने की ई-रिक्शा सवारी
मोदी मैदान में बने बीएमसी के स्टॉल पर पांच मिनट रहे। इसके बाद दो मिनट ई-रिक्शा से चलकर मैदान में ही बने बनारस के चार स्टेशनो कैंट, मंडुआडीह, काशी, वाराणसी सिटी के डेमो बिल्डिंग के पास पहुंचकर चारों स्टेशनो के लिए कुल 16 ई-रिक्शा डीआरएम को भेंट की। ये 16 ई-रिक्शा निशुल्क होंगे। साथ ही मेंटेंनेस और ड्राइवर की तनख्वाह की जिम्मेदारी भारतीय माइक्रो क्रेडिट उठाएगी। इन रिक्शा से स्टेशन पर बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांग जनों को काफी सुविधा मिलेगी। इसके बाद सेलेक्टेड 5 पैडल रिक्शा चालकों से पुराना रिक्शा लेकर ई-रिक्शा की चाभी देकर फ्लैग ऑफ करेंगे।
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जमीन से आकाश तक चप्पे-चप्पे पर रहे सुरक्षाकर्मी
-डीरेका गेस्ट हाउस और ज्ञान प्रवाह को एसपीजी ने अपने कब्जे में ले लिया था।
-डीरेका और ज्ञान प्रवाह के आसपास बने मकानों पर सुरक्षा के जवान तैनात रहे।
-गेस्ट हाउस के सभी कमरों को मेहमानों से खाली करा कर एसपीजी के हवाले कर दिया गया।
-कार्यक्रम स्थल और हैलिपैड के चारों तरफ के मकानों पर आरपीएफ के जवान मुस्तैद रहे।
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डीजीपी कार्यालय के अनुसार पीएम की सुरक्षा में 15 पुलिस अधीक्षक, 23 अपर पुलिस अधीक्षक, 58 डिप्टी एसपी, 75 सब इंस्पेक्टर, 18 महिला सब इंस्पेक्टर, 800 आरक्षी, 22 महिला आरक्षी, एक कंपनी एटीएस कमांडो, आठ कंपनी पीएसी, एक कंपनी पीएसी बाढ़ राहत टीम, 15 कंपनी सीपीएमएफ, चार कंपनी एनएसजी और एक कंपनी नेवी गोताखोर वाराणसी में तैनात किए गए।
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