लखनऊ: ये बल्लेबाज कभी दबाव में नहीं खेलता। गेंदबाजों को इसका विकेट निकालने में नानी याद आ जाती है। अगर क्रीज पर जम जाए तो रन मशीन बन जाता है। इसकी बैटिंग स्टाइल के दिग्गज भी मुरीद हो चुके हैं। नाम है श्रेयस अय्यर। जी हां, इस रणजी सीजन में सबसे ज्यादा रन इसी खिलाड़ी ने बनाए हैं। श्रेयस ने 11 मैचों में चार शतक और 7 अर्द्धशतक के साथ 1,321 रन बनाए। दिल्ली डेयरडेविल्स के कैंप के लिए रायपुर रवाना होने से पहले श्रेयस अय्यर ने newztrack.com को खास इंटरव्यू दिया। उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप में 19 मार्च को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच के लिए टीम इंडिया को बेस्ट ऑफ लक भी कहा। पेश हैं श्रेयस के साथ हुई बातचीत के कुछ खास अंश...
सवाल: भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच से पहले आप क्या कहना चाहेंगे ?
जवाब- भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला हर मैच काफी रोमांचक होता है और ये मैच को टी-20 वर्ल्ड कप का है तो कांटे की टक्कर होना तय है। ये मैच देखने में सभी को काफी मजा आएगा। वैसे भी इन दोनों टीमों के बीच मैच देखने को कम ही मिलता है, इसलिए फैंस इसका जमकर लुत्फ उठाते हैं। मैं मैच से पहले यही कहना चाहूंगा कि टीम इंडिया जीतकर आगे बढ़े और देश जीत की होली मनाएं।
सवाल: यह रणजी सीजन आपके लिए काफी अच्छा गया। क्या लगता है टीम इंडिया से कितना दूर हैं आप ?
जवाब- मैं टीम इंडिया में एंट्री करने से बहुत ज्यादा दूर नहीं हूं, लेकिन इसके लिए मुझे लगातार अच्छा परफॉर्म करते रहना होगा। मुझे खुद पर पूरा विश्वास है। अगर मेरा ये आने वाला आईपीएल का नया सीजन अच्छा जाता है। मैं ज्यादा से ज्यादा रन स्कोर करता हूं तो टीम में जल्दी आ सकता हूं।
सवाल: आईपीएल आपके करियर में किस तरह बदलाव लेकर आया ?
जवाब- आईपीएल ने मेरे करियर को काफी चेंज किया है। यहां खेलने के बाद जो लोग मुझे नहीं पहचानते थे, वो भी जानने लगे कि अच्छा ये लड़का क्रिकेट खेलता है और कहां रहता है। आईपीएल के बाद काफी शोहरत भी मिली और बहुत कुछ सीखने को भी। मैं जब आईपीएल में पहला मैच खेलने मैदान पर उतरा था तो काफी नवर्स था। जब मैं पहला रन लेने के लिए दौड़ा तो मुझे लगा कि अपनी जगह पर भी भाग रहा हूं। जडेजा के पास बॉल मारा था तो मुझे लगा कि मैं रन आउट हो गया हूं। फिर मुझे लगा कि मैं जैसे कहीं बीच में अटका पड़ा हूं। इतना ही नहीं, पैर में क्रैम्पस भी काफी आ गए थे।
सवाल: आईपीेएल के नए सीजन में किस टीम के खिलाफ खेलने में आपको सबसे ज्यादा मजा आएगा ?
जवाब- आईपीएल के हर सीजन में मुझे सबसे ज्यादा धोनी की टीम के खिलाफ ही खेलने में मजा आ आता है, क्योंकि वो मेरे पसंदीदा कप्तान हैं। मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं पुणे के खिलाफ मैच विनिंग इनिंग खेलूं।
सवाल: क्या आप घरेलू क्रिकेट को टीम इंडिया में एंट्री का एक बड़ा प्लेटफॉर्म मानते हैं ?
जवाब- घरेलू क्रिकेट अब एक तरह से टीम इंडिया में एंट्री का सिलेक्शन प्रॉसेस ही बन चुका है। सिलेक्टर्स हर खिलाड़ी की परफॉर्मेंस पर नजर रखते हैं। मैंने इस रणजी सीजन में सबसे ज्यादा रन स्कोर किए, जिसके बाद कई पूर्व खिलाड़ियों ने मेरी तारीफ की। घरेलू क्रिकेट उभरते हुए खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म है। मैं अभी सिर्फ 21 साल का हूं। मेरी कोशिश यही है कि जल्द से जल्द टीम इंडिया का हिस्सा बन जाऊं, ताकि मैं वहां सीनियर्स के साथ रहकर और ज्यादा एक्सप्रीरियंस हासिल कर सकूं।
सवाल: आपके बैटिंग स्टाइल की तुलना सहवाग से की जाती है। आप खुद क्या मानते हैं ?
जवाब- नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता है। वीरेंद्र सहवाग एक बहुत बड़े क्रिकेटर रहे हैं। मेरी उनसे तुलना करना गलत होगा। मैंने उनकी बैटिंग देखकर काफी कुछ सीखा जरूर है, लेकिन कभी उन्हें कॉपी करने की कोशिश नहीं की है। मुझे अपने ही स्टाइल में बैटिंग करना अच्छा लगता है। मैं हर मैच के बाद अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करता हूं।
सवाल: ऐसा कौन सा खिलाड़ी है, जिसके बैटिंग स्टाइल की आप कॉपी करते हैं ?
जवाब- साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर एबी डिविलियर्स का बैटिंग स्टाइल मुझे काफी पसंद है। मुझे उन्हें खेलते देखने में बहुत मजा आता है। उनका हर एक शॉट अपने आप में खास होता है। मैं मैच के दौरान उनके जैसे शॉट्स लगाने की कोशिश करता हूं। यहां तक कि नेट्स पर प्रैक्टिस के दौरान भी उनके बैटिंग स्टाइल को कॉपी करता हूं। अंडर-19 के एक मैच में मैं उनके स्टांस से खेला था।
सवाल: टीम इंडिया में एंट्री के अलावा और क्या ड्रीम है आपका ?
जवाब- एक कप्तान के तौर पर मैं एमएस धोनी को काफी पसंद करता हूं। कई यंग क्रिकेटर्स की तरह मेरा भी ड्रीम है कि मैं एक बार ही सही, लेकिन उनकी कप्तानी में जरूर खेलूं। मैं अपना ये ड्रीम टेस्ट क्रिेकेट से पूरा करना चाहता था। अब वो चांस चला गया, क्योंकि धोनी ने टेस्ट से रिटायरमेंट ले लिया, लेकिन वनडे और टी-20 में अभी भी एक मौका है। धोनी की कप्तानी की सबसे खास बात ये है कि कोई भी खिलाड़ी अपने ऊपर दबाव महसूस नहीं करता है। सब टेंशन फ्री होकर खेलते हैं। यही वजह है कि हर खिलाड़ी मैदान पर अपना सौ प्रतिशत दे पाता है।
सवाल: जिस दिन आप टीम इंडिया के लिए खेलेंगे, क्या होगा आपका पहला रिएक्शन ?
जवाब- वैसे तो मैंने अभी इतना कुछ सोचा नहीं है, लेकिन हां इतना जरूर है कि टीम इंडिया में मेरी जब भी एंट्री होगी तो शायद मैं उस पल को शब्दों में बयां न कर सकूं। मैं किसी भी बात पर जल्दी रिएक्ट नहीं करता हूं। ज्यादातर नॉर्मल रहने की ही कोशिश करता हूं। मेरे पेरेंट्स भी जल्दी किसी बात पर अपना रिएक्शन नहीं देते हैं। मैं बस यूं ही क्रिकेट खेलते रहना चाहता हूं।
सवाल: दिग्गज खिलाड़ियों की तारीफों और आलोचनाओं को आप किस तरीके से लेते हैं ?
जवाब- मेरे ऊपर कभी किसी बात का दबाव नहीं रहता है। मेरी कोशिश यही रहती है कि मैं अपने ऊपर किसी तरह का दबाव बनने भी न दूं। मैं हमेशा खुद में रहना पसंद करता हू्ं। अगर पूर्व खिलाड़ी मेरी तारीफ करते हैं तो मुझे अच्छा लगता है, लेकिन अगर कोई मेरी आलोचना भी करता है तो मैं उसे पॉजीटिव तरीके से लेता हूं। मैं ऐसी बातों पर ज्यादा ही नहीं देता, जिससे मेरे खेल पर कोई असर पड़े। मैं ज्यादा से ज्यादा अपने खेल पर फोकस करने की कोशिश करता हूं। जब गावस्कर जैसे महान खिलाड़ी मेरी तारीफ करते हैं तो इससे काफी मोटिवेशन मिलता है।
सवाल: किस फॉर्मेट में आपको किस तरह के गेंदबाज को खेलना ज्यादा पसंद है ?
जवाब- टी-20 में मुझे हर तरह के बॉलर्स को खेलने में काफी मजा आता है। वहीं, टेस्ट क्रिकेट में मुझे स्पिनर्स को खेलना ज्यादा अच्छा लगता है, क्योंकि उनके खिलाफ मैं आसानी से रन स्कोर करता हूं। किसी भी पिच पर मुझे स्पिनर्स को खेलने में कोई दिक्कत भी नहीं आती है।
सवाल: इंटरनेशनल क्रिकेट में आप सबसे पहले किस गेंदबाज का सामना करना चाहते हैं?
जवाब- मैं इंटरनेशनल क्रिकेट में डेल स्टेन और मिशेल स्टार्क जैसे फॉस्ट बॉलर्स को फेस करना चाहता हूं। हालांकि डेल स्टेन को मैंने पहले भी खेला है, लेकिन अलग लेवल पर उन्हें खेलने की बात ही कुछ और होगी। देखते हैं ये ड्रीम भी कब पूरा होता है।
सवाल: राहुल द्रविड़ आपको किस तरह के कोच लगते हैं ? आपको उनमें क्या खूबी नजर आती है ?
जवाब- राहुल द्रविड़ सर की बात ही अलग है। वो बहुत अच्छे कोच हैं। काफी कूल और डिसिपिलंड रहते हैं और खिलाड़ियों को बहुत अच्छे से समझते हैं। जब भी उनके पास कोई खिलाड़ी टिप्स लेने जाता है तो वो कभी उसे मना नहीं करते हैं। किसी खिलाड़ी में परफॉर्म करने के लिए कैसे एनर्जी भरी जाती है, वो बहुत अच्छे से जानते हैं। कोच और खिलाड़ी के बीच के रिश्ते को वो अलग लेवल पर ले जाते हैं। खिलाड़ी उनके साथ काफी फ्री फील करते हैं। द्रविड़ सर ड्रेसिंग रूम के टेंस माहौल को काफी पॉजिटिव बना देते हैं, जिसकी वजह से टीम की परफॉर्मेंस मैदान पर निखरकर सामने आती है।
सवाल: राहुल सर की दी गई ऐसी कोई टिप, जिससे आपको काफी मोटिवेशन मिला हो ?
जवाब- जब मैं इंडिया-ए की तरफ से टूर्नामेंट का आखिरी मैच खेल रहा था, तब द्रविड़ सर मेरे पास आए थे। उन्होंने कहा कि ये जरूरी नहीं है कि हर रणजी सीजन में इतने रन बन जाएं। अगर रन नहीं बनते हैं तो टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है। ये गेम है और इसमें ऐसा होता रहता है। हमेशा मैच में पॉजीटिव सोच के साथ क्रिकेट खेलो। उनकी इस बात से मुझे काफी मोटिवेशन मिला।