नोएडा: दादरी इलाके के नई बस्ती में सोमवार सुबह बदमाशों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद अख्तर के परिजनों ने आरोप लगाया कि अख्तर की हत्या खुद पुसिल वालों ने की है। परिजनों ने कहा कि अख्तर का थाना प्रभारी होम सिंह यादव के साथ विवाद चल रहा था। तीन दिन पहले भी दोनों के बीच विवाद हुआ था।
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परिजनों का आरोप
-जब टीम में इंस्पेक्टर रैंक के लोग शामिल थे तो दरोगा को क्यों आगे किया गया।
-अख्तर के पिता बाबू खान ने आरोप लगाया कि यदि गोली बदमाशों ने मारी होती तो वह सामने से लगी होती ।
-लेकिन अख्तर को गोली पीछे से लगी है। दस पुलिस वाले मुठभेड़ में गए थे तो गोली चलते ही सभी क्यों भाग गए।
दो घंटे बाद वापस आई पुलिस
- मुठभेड़ के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जिस घर में दबिश दी गई वहां कोई नहीं था।
-गोली की आवाज सुनकर वह सभी बाहर निकले।
-पुलिस वाले भागते नजर आए करीब दो घंटे बाद वापस आए और अख्तर को लेकर चले गए।
सीबीआई जांच की मांग
परिजनों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ नहीं बल्कि सुनियोजित तरीके से की गई हत्या है।
ऐसे में पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए। वहीं, आईजी मेरठ सुजीत पांडे ने मामले की जांच डीआईजी लक्ष्मी सिंह को दी है।
अनसुलझे सवाल
-अख्तर कोट चौकी पुलिस प्रभारी थे उन्हें दाबिश में क्यों ले जाया गया।
-पुलिस टीम में इंस्पेक्टर भी शामिल थे फिर उनसे लीड क्यों करवाया गया।
-बदमाशों ने गोली चलाई तो एनकाउंटर अटैक क्यों नहीं किया गया।
-अख्तर को गोली पीछे से लगी जबकि बदमाश उनके सामने थे।
-थाना प्रभारी और अख्तर के बीच किस बात को लेकर विवाद चल रहा था।
-10 पुलिस कर्मियों की टीम मौके से क्यों चली गई।