वाराणसीः बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में हुए ब्लास्ट को संदिग्ध माना जा रहा है। पुलिस इस ब्लास्ट के पीछे किसी आंतकवादी संगठन का हाथ होने से भी इनकार नहीं कर रही है। यह काशी में इससे पहले हो चुके ब्ला्स्ट की तरह ही था। बीएचयू अस्पताल के एमएस डॉ.ओपी उपाध्याय ने साफ कहा है कि इमरजेंसी के एसी प्लांट में ब्लास्ट नहीं हुआ है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस धमाके में कुल 27 लोग घायल हुए हैं।
महेश शर्मा पहुंचे अस्पताल
घटना के बाद शहर में मौजूद केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मरीजों का हाल-चाल जाना। हालांकि अभी जांच एजेंसी के अधिकारी और पुलिस अधिकारी ब्लास्ट मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
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एसी प्लांट में कोई विस्फोट नहीं
शुरुआत में बीएचयू के कुलपित प्रो.जीसी त्रिपाठी ने बयान दिया था कि एसी प्लांट में ब्लास्ट की सूचना है। लेकिन देर शाम एमएस डॉ.ओपी उपाध्याय ने बताया कि इमरजेंसी में किसी तरह के एसी प्लांट में कोई ब्लास्ट नहीं हुआ है। सभी एसी सुरक्षित हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर में भी नहीं हुआ था ब्लास्ट
इमरजेंसी में ऑक्सीजन की सप्लाई पाईप से होती है। वहां कोई भी ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद नहीं था जिसमें ब्लास्ट हो सके। एमएस के मुताबिक अगर ऑक्सीजन सिलेंडर में ब्लास्ट में होता तो आग लगती। जबकि ब्लास्ट में कोई आग नहीं लगी सिर्फ धुआं उठा था। वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि ब्लास्ट के बाद कुछ अमोनियम नाइट्रेट की स्मेल आ रही थी।
सभी एसी सुरक्षित हैं
बताया जाता है कि इमरजेंसी वार्ड में डक सिस्टम से सेंट्रलाइज एसी लगी है। इसके अलावा तीन स्पलीट एसी लगी हुई है। सभी एसी सुरक्षित हैं। ये ब्लास्ट इतना भीषण था इमरजेंसी वार्ड की आठ इंच की दीवार पूरी तरह से ढह गई। एक साइड का पूरी सिलिंग भी गिर गया है।
... तो कहां हुआ ब्लास्ट ?
इमरजेंसी वार्ड के सिस्टर रूम के बगल में मौजूद एसी कंट्रोल रूम में ब्लास्ट हुआ है।
अनुमानित बीस लाख का नुकसान
डॉ.ओपी उपाध्याय के मुताबिक पूरा वार्ड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। उनके मुताबिक करीब बीस लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। सारे बेड खराब हो चुके हैं। इमरजेंसी में कुल 34 बेड हैं। चार एचडीयू बेड भी लगाए गए थे। इमरजेंसी में एक वेंटीलेटर ही सुरक्षित बचा है। इमरजेसी में एक दर्जन से ज्यादा वेंटीलेटर थे।
इस हादसे के बाद एनडीआरएफ, डॉग स्कवाॅयड और फॉरेंसिक की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। पूरे इमरजेंसी वार्ड को सील कर दिया गया है। टीम जांच में जुटी है कि ये किस तरह का ब्लास्ट था। पुलिस टीम जांच में जुटी है कि इस हादसे के पीछे कही कोई साजिश तो नहीं है।
एक मरीज आईसीयू में भर्ती
डॉ. उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे में कुल 27 लोग घायल हुए जिसमें से 15 ट्रॉमा में और 12 सर सुन्दरलाल अस्पताल में भर्ती हैं। एमएस ने बताया कि एक मरीज अश्वनी चौहान गंभीर रूप से बीमार था वह पहले से वेंटीलेटर पर था। इस हादसे में उसे बहुत अधिक चोटें आईं हैं। उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। इसके अलावा एक नर्स, वार्ड बॉय भी गंभीर तौर पर घायल है।
मुफ्त दवा और खाने का इंतजाम
डॉ.ओपी उपाध्याय ने बताया कि इस हादसे के बाद जिस तरह से अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और कर्मचारियों ने काम किया वो काबिले तारीफ है। सभी मरीज सुरक्षित हैं। बताया कि इस हादसे में जो लोग घायल हुए हैं सभी को उमंग फार्मेसी से मुफ्त दवा का वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा मुफ्त में खाना की भी व्यवस्था किन गई है।
छात्र नेता करेंगे विरोध
छात्र नेता इस घटना के बाद आक्रोशित हैं। छात्र नेता अमित राय ने कहा कि सुरक्षा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च होता है। सात सौ से ज्यादा सुरक्षाकर्मी बीएचयू में तैनात हैं। उसके बावजूद ऐसी घटना कैसे घट सकती है। सुरक्षा के लिए लगाए गए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। छात्र रविवार को विरोध प्रदर्शन करने का मन बन रहे हैं।