केंद्र की राहत: बिजली बिल में शुक्रवार तक जमा होंगे पुराने 500-1000 के नोट
पॉवर कॉरपोरेशन ने बिल जमा करने के लिए अतिरिक्त काउंटर खोलने और देर रात तक बिजली बिल जमा करने का फैसला किया है। इससे पहले गुरुवार सुबह ही प्रमुख सचिव ऊर्जा, संजय अग्रवाल ने भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इकॉमनॉमिक अफेयर्स को चिट्ठी लिख कर इसका अनुरोध किया था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बिजली का बिल जमा करने के लिए 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट शुक्रवार तक प्रयोग किए जा सकते हैं। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने यह अनुरोध स्वीकार कर लिया है।इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार के पॉवर कॉरपोरेशन ने केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनॉमिक अफेयर्स से इस छूट का आग्रह किया था। अब ये पुराने नोट यूपीूपीसीएल के काउंटरों पर 11 नवंबर की मध्य रात्रि तक स्वीकार किए जाएंगे।
बड़ा फैसला
-मंजूरी मिलते ही उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड सक्रिय हो गया है।
-पॉवर कॉरपोरेशन ने बिल जमा करने के लिए अतिरिक्त काउंटर खोलने और देर रात तक बिजली बिल जमा करने का फैसला किया है।
-इससे पहले गुरुवार सुबह ही प्रमुख सचिव ऊर्जा, संजय अग्रवाल ने भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इकॉमनॉमिक अफेयर्स को चिट्ठी लिख कर इसका अनुरोध किया था।
-प्रमुख सचिव ने कहा था कि जिस तरह इंडियन रेलवे और मेट्रो में कठिनाइयों को समझते हुए पुराने नोट जारी रखने की सुविधा दी गई है, उसी तरह उत्तर प्रदेश में बिजली संकट को टालने के लिए यह छूट दी जाए।
संकट टला
-अपने पत्र में संजय अग्रवाल ने लिखा था कि यूपी में 5 कंपनियां बिजली बिल संग्रह करती हैं, जो प्रतिमाह करीब 3000 करोड़ होता है.
-ये लक्ष्य प्रतिदिन करीब 70 से 160 करोड़ रुपए होता है।
-बिल का संग्रह 75 % कैश होता है, जिसमें 85 % 500 और 1000 रुपए के नोट होते हैं।
-500 और 1000 के नोट बंद होने से इस संग्रह को आघात लगा है।
-यूपीपीसीएल के इस पत्र में कहा गया था कि उस पर पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन का 915 करोड़ बताया है, जो 14 नवंबर तक जमा करना है।
-ऐसा न होने पर बिजली सप्लाई का संकट कड़ा हो सकता है।
-कॉरपोरेशन ने भरोसा दिलाया है कि ये बिल केवल पुराने बकाये के रूप में ही लिए जाएंगे और ऐडवांस जमा नहीं किया जाएगा।
आगे स्लाइड में देखिए प्रमुख सचिव ऊर्जा की केंद्र को लिखी गई चिट्ठी...
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