23 मई के बाद भाजपा वालों के बुरे दिन आने शुरू हो जायेंगे: मायावती
मायावती ने कांग्रेस के वादों को खोखला बताते हुए कहा कि कांग्रेस छह हजार रुपये महीने देने की बात कर रही है लेकिन यदि गठबंधन को केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिलता है तो हम सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में नौकरी की व्यवस्था करेंगे.;
लखनऊ: सपा-बसपा व रालोद गठबंधन की बलिया में संयुक्त जनसभा में बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि अभी तक हुए चुनाव में गठबंधन को एकतरफा वोट मिले हैं। जिससे भाजपा काफी घबराई और चिंतित है। भाजपा वालों के लटके चेहरे बता रहे हैं कि मोदी की सरकार जा रही है. 23 मई के बाद इनके बुरे दिन आने शुरू हो जायेंगे। अमित शाह और मोदी के बाद योगी के भी मठ में जाने की शुरुआत हो जायेगी।
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सपा-बसपा व रालोद गठबंधन की ओर से मंगलवार को बलिया जिले में दो चुनावी सभाएं आयोजित की गईं। बलिया में अंतिम सातवें चरण में 19 मई को मतदान होना है। यहां से गठबंधन ने समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सनातन पाण्डेय को प्रत्याशी बनाया है। गठबंधन नेताओं की पहली संयुक्त सभा सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र के सरकातों में और दूसरी सभा बलिया लोकसभा क्षेत्र के अलावलपुर में आयोजित हुई।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा की सरकार में गरीबों के साथ लगातार अन्याय ही हुआ है। चाहे वह किसी भी वर्ग के हों. समान्य वर्ग के गरीबों के लिए भी भाजपा ने कुछ नहीं किया है। भाजपा की सरकार केवल धन्नासेठों की सरकार बनकर रह गई है। भाजपा की सरकार लगातार संविधान के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास कर रही है। लगातार आरक्षण को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर गठबंधन की सरकार बनी तो प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी।
मायावती ने कांग्रेस के वादों को खोखला बताते हुए कहा कि कांग्रेस छह हजार रुपये महीने देने की बात कर रही है लेकिन यदि गठबंधन को केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिलता है तो हम सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में नौकरी की व्यवस्था करेंगे|
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जनसभा में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पहले भृगु और बलिया की धरती को नमन किया। इसके बाद बोले यह धरती है जिसने आजादी से पूर्व आजादी दिलाई। यह धरती वही है जिसने पहले समाजवादी पीएम को दिया। इसलिए भी नमन इस धरती को नमन कि यहीं की जमीन पर जय प्रकाश जी हों या जनेश्वर मिश्र सभी को ऊंचाई दी, इसके लिए आप सबका धन्यवाद। जो जागरुक और समझदार हैं वह जानते हैं कि किस तरफ हवा चल रही है। इस बार साइकिल और हाथी की रफ्तार नहीं रुकेगी।
जब पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां थे, वो भी यहीं आये थे हमें नहीं पता क्या बता कर और देकर गये हमें नहीं जानकारी कि क्या देकर चले गये होंगे। बताओ जिसका पांच साल खत्म हो गया वो क्या देकर जायेगा। यह पहले देश के पीएम हैं जो वादा करते हैं और वादे के खिलाफ काम करते हैं। यह हमें आपको धोखा देकर गये, 2014 में आये थे तो चाय वाला बनकर आये थे। सरकार में पीएम बन गये अब वही आये हैं चैकीदार बनके।
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पांच साल में चाय का स्वाद पता लग गया होगा। चाय में जो नशा था वो बहुतों का उतर गया। हम लोग भी धोखा खा गये। पता ही नहीं लगा कि चाय अच्छी तब बनती है जब दूध अच्छा होगा। अब वो चैकीदार बनकर आये हैं। उन्होंने जनता से सवाल किया कि कौन भरोसा करेगा चैकीदार पर, बताओ चैकीदार की चैकी छीनोगे? बाबा मुख्यमंत्री भी हैं और बाबा मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए कह रहे हैं ठोंक दो।
पुलिस को पता ही नहीं किसको ठोंकना है। गाजीपुर में ठोंकाठोंकी हुई कि नहीं हुई। पुलिस इतनी कभी अपमानित नहीं हुई जितना इस सरकार में हो रही है। एक सांसद और विधायक ने भी ठोंको नीति समझ ली। संत कबीरनगर में सांसद ने विधायक पर जूते की सलामी दे दी। अगर रोका न होता तो सांसद 21 जूतों की सलामी देने जा रहे थे। केवल चैकीदार नहीं हटाना है बल्कि मुख्यमंत्री को भी हटाने की जरुरत है।