AIMIM का मुलायम पर पलटवार, पूछा- आपसे बड़ा अहसान फरामोश कौन ?

एआईएमआईएम नेता ने मुलायम सिंह से कहा कि आपने अपनी जेब से कुछ नहीं दिया था, और सुल्तान साहब का कोई निजी काम नहीं किया था। मुप्ती आमिर ने तीखे शब्दों में कहा कि यह जनता का काम था, और अगर आप जनता के कामों को उन पर अहसान समझते हैं तो सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करें। अगर आप जनता के प्रति अपने कर्तव्य निभा कर बदले में कोई कीमत लेना चाहते हैं तो यह गंदी और भद्दी बात है।

Update: 2016-08-20 11:38 GMT

लखनऊ: सियासत में अब अहसान और अहसान फरामोशी की जंग छिड़ गई है। ओवैसी को अहसान फरामोश बताने वाली सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की टिप्पणी पर एआईएमआईएम ने पलटवार किया है। पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी मुफ्ती आमिर ने खुद मुलायम सिंह यादव से सवाल किया है कि आपसे बड़ा अहसान फरामोश कौन है?

मुलायम पर पलटवार

-एआईएमआईएम नेता मुफ्ती आमिर ने पूछा है कि मुलायम सिंह यादव ने मुसलमानों के वोट लेकर इस अहसान के बदले में क्या दिया।

-मुफ्ती आमिर ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने मुसलमानों के अहसान के बदले उन्हें दादरी दिया, मुजफ्फरनगर दिया और बेरोजगारी दी।

-इससे पहले सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने राजनीतिक विरोध को लेकर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी को अहसान फरामोश बताया था।

-सपा प्रमुख ने कहा था कि हमने असदुद्दीन ओवैसी के पिता का मेडिकल कॉलेज की समस्या हल कराई थी और ओवैसी अहसान फरामोश हैं।

कर्तव्य की कीमत

-मुफ्ती आमिर ने कहा कि तब आप मंत्री थे, ड्यूटी पर थे और यह काम हमारा हक था। आपने अपनी जिम्मेदारी निभाई थी अहसान नहीं किया था।

-एआईएमआईएम नेता ने कहा कि आपने अपनी जेब से कुछ नहीं दिया था, और सुल्तान साहब का कोई निजी काम नहीं किया था।

-मुफ्ती आमिर ने तीखे शब्दों में कहा कि यह जनता का काम था, और अगर आप जनता के कामों को उन पर अहसान समझते हैं तो सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करें।

-एआईएमआईएम नेता ने सपा प्रमुख से कहा कि अगर आप जनता के प्रति अपने कर्तव्य निभा कर बदले में उसकी कोई कीमत लेना चाहते हैं तो यह गंदी और भद्दी सोच है।

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