मायावती की मूर्ति तोडने वाले अमित जानी अखिलेश के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

पूर्व सपा नेता अमित जानी द्वारा वर्ष 2011 में सपा के समर्थन के लिए बनाई उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत करके अखिलेश यादव के खिलाफ ही चुनाव लड़ने का एलान किया गया है।

Update:2019-04-04 21:45 IST

लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की प्रतिमा तोड़ने के मामले को लेकर राजद्रोह के आरोप में जेल काटने वाले अमित जानी अब सपा मुखिया अखिलेश यादव के खिलाफ आज़मगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।

पूर्व सपा नेता अमित जानी द्वारा वर्ष 2011 में सपा के समर्थन के लिए बनाई उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत करके अखिलेश यादव के खिलाफ ही चुनाव लड़ने का एलान किया गया है।

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आज प्रेस वार्ता में अमित जानी ने कहा कि वे शिवपाल यादव जी के संघर्ष और डॉ राममनोहर लोहिया जी के विचार के प्रभाव में सपा में आये थे, 2012 से 2017 तक बसपा राज में मूर्ति और पार्काे के घोटालों के विरुद्ध सड़क से सुप्रीम कोर्ट तक वे लड़े जिसमे उनके विरुद्ध बसपा सरकार में दर्जनों फ़र्ज़ी मुकदमे, जिला बदर, गैंगस्टर तक की कार्यवाही हुई।

उन्होंने कहा कि मायावती की लूट के खिलाफ सपा में आके भी यही महसूस हुआ कि सपा में भी लूट और भष्ट्राचार बसपा से अधिक है मायावती की मूर्ति खुद अखिलेश ने कह के तुड़वाई थी , कहा ये गंदगी है इसे साफ कर दो, बाद में मुझे देशद्रोहह में जेल भेजा और खुद टेलीफोन करके मायावती से माफी मांग ली। शिवपाल जी और राजा भैया ने जेल में मेरी मदद की इसीलिए मैं दोनो लोगो से जुड़ा रहा जबकि सपा से मैंने आहिस्ता आहिस्ता किनारा कर लिया।

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अमित जानी ने खुलासा किया कि जब 2014 के लोकसभा चुनाव में मैं आज़मगढ़ में मुलायम सिंह को चुनाव लड़वा रहा था तभी अखिलेश यादव ने मुझे मुख्यमंत्री आवास बुलाकर आज़मगढ़ की बजाय कन्नौज जाने के लिए कहा. अखिलेश यादव ने मुझे कहा जो मदद करनी है कन्नौज में करो आज़मगढ़ जीत हार उतनी इम्पोर्टेन्ट नही है.।

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