गुवाहाटी: बुलेट प्रूफ जैकेट की गुणवत्ता की जांच करने वाली एक सदस्यीय समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट में असम पुलिस को क्लीन चिट दे दी है। असम सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव कुमार संजय कृष्ण की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की थी।
बोर्डुमसा में चार मई को उल्फा (आइ) आतंकियों द्वारा चलाई गई गोली से उपनिरीक्षक भास्कर कालिता की मौत हो गई थी। बुलेट प्रूफ जैकेट को भेदते हुए उपनिरीक्षक को गोली लगी थी। उनके परिवार, विपक्षी दलों और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बुलेट प्रूफ जैकेट पर सवाल उठाया था। इसके बाद सरकार ने जांच समिति गठित की।
गृह विभाग के सूत्र ने कहा, 'मुख्य सचिव को 10 अगस्त को जांच रिपोर्ट सौंपी गई। इसमें सवालों के घेरे में आए जैकेट की गुणवत्ता के सभी पहलुओं की जांच की गई और पाया गया कि मानक के अनुसार उत्पाद में कोई दोष नहीं है।' लंबी निविदा प्रक्रिया के बाद जनवरी 2013 में असम पुलिस को 1,560 बुलेट प्रूफ जैकेट मिले थे। इसके लिए जून 2010 में निविदा प्रक्रिया शुरू की गई थी। ये जैकेट सभी जिलों में पुलिसकर्मियों के बीच बांटे गए थे।
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