नामांकन पत्र जांच को लेकर गहमा गहमी, कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने
बीजेपी उम्मीदवार दिनेश सिंह ने वकील के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष ये दलील दी है कि सोनिया गांधी की नागरिकता में उनका नाम एंटोनियो लिखा है। जबकि उन्होंने एफिडेविट में गलत नाम भरते हुए नाम के स्थान पर सोनिया गांधी लिखा है। वहीं सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा ने भाजपा उम्मीदवार एलएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए।;
रायबरेली: यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और बीजेपी नेता दिनेश प्रताप सिंह के नामांकन को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गई है। भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने जहां सोनिया गांधी के नामांकन पर आपत्ति उठाई है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी की ओर से उनके प्रतिनिधि केएल शर्मा ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दाखिल कराई है। ऐसे में अब रायबरेली में सियासी घमासान मच गया है।
बीजेपी उम्मीदवार दिनेश सिंह ने वकील के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष ये दलील दी है कि सोनिया गांधी की नागरिकता में उनका नाम एंटोनियो लिखा है। जबकि उन्होंने एफिडेविट में गलत नाम भरते हुए नाम के स्थान पर सोनिया गांधी लिखा है। वहीं सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा ने भाजपा उम्मीदवार एलएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए।
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केएल शर्मा का आरोप है कि दिनेश प्रताप सिंह ने अभी तक कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है फिर भाजपा के टिकट से चुनाव कैसे लड़ रहे हैं? उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उन्होंने चुनाव आयोग को गुमराह किया है और एफिडेविट में तमाम गलत और भ्रामक जानकारियां उपलब्ध कराई है जो सही नहीं है।
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इस सम्बन्ध में डीएम नेहा शर्मा को शिकायती पत्र देकर दिनेश प्रताप सिंह का पर्चा ख़ारिज करने की मांग की गयी है। दोनो ओर से दर्ज कराई गई आपत्ति को सुनकर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सोमवार तक का समय दिया। अब मामले में अगली सुनवाई सोमवार को 10 बजे होगी। सोमवार को ये तय होगा कि क्या दिनेश सिंह एमएलसी पद छोड़ेंगे या उनका नामांकन रद्द होगा।