अता की गई ईद-उल-अजहा की नमाज, मांगी गई देश में अमन चैन की दुआ

Update:2016-09-13 09:53 IST
eid ul adha celebration uttar pradesh india

लखनऊः पूरे देश और प्रदेश में आज ईद उल अजहा यानि बकरीद धूम धाम से मनाई जा रही है। ईद उल अजहा की नमाज अता कर लोगों ने एक दूसरे को ईद की बधाई दी और देश में अमन शांति रहे इसके लिए अल्हा से दुआ मांगी। इस दिन को मुसलमान अल्हा की राह में कुर्बानी देकर मनाते हैं। इस्लाम में माह जिलहिज्जा की सच्ची और पक्की इबादत कुर्बानी को ही माना गया है। जिलहिज्जा हज का महीना कहलाता है। मुसलमानों में इस महीने के पहले 10 दिन अल्लाह की इबादत के लिए विशेष माने जाते हैं।

प्रेम के प्रतीक ताज महल में मनाई गई बकरीद

ईद उल अजहा की नमाज मुसलमान भाईयों ने ताज महल परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज अता की और देश में अमन चैन और शांति सोहार्द की अल्लाह से दुआ मांगी। मंगलवार को ताजमहल में ईद के कारण सुबह 7 से 10 तक देशी विदेशी पर्यटको के लिए प्रवेश फ्री रखा गया था। हजारों की संख्या में नमाज के लिए सुबह से लोगों का ताज महल में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।

ताज में नमाज अता करने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं । ताज में सुबह पौने नौ बजे ईद की नमाज शुरू हुई। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारक बाद दी। इसके साथ ही शहर की जामा मस्जिद और ईदगाह कटघर समेत करीब तीन दर्जन से अधिक मस्जिदों में ईद की नामाज अता की गई। नमाज के बाद कुर्बानियों का दौर शुरू हो गया है।

आगे की स्लाइड में पढें महिलाओं ने अता की नमाज...

 

महिलाओं ने नमाज अता कर मांगी अमन चैन की दुआ

देश की सलामती और आपस में भाईचारा बना रहे। अमन शांति बनी रहे और सभी प्रेम से रहे इसी दुआ के साथ कानपुर के रेलबाजार में महिलाओं ने बकरीद पर नमाज अता की। नमाज अता करने के बाद महिलाओं ने एक दूसरे को गले लगकर बधाई दी।

नमाज के दौरान महिला नमाजी ने बताया कि उनके हुजूर को कुर्बानी पसंद थी। इसलिए उनके नाम से बकरीद में कुर्बानी दी जाती है। कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा कुर्बानी दी जाए। रेलबाजार में नमाज की पुरानी प्रथा है, जहां पर महिलाएं नमाज अदा करती है। कुछ महिलाएं घर पर ही नमाज अदा करती हैं।

आगे की स्लाइड में पढ़ें क्या है 80 सालों चली आ रही प्रथा...

मो. अकरम ने बताया की रेलबाजार के आजाद पार्क में बनी ईदगाह ही ऐसी है जहां पर महिलाएं नमाज अता करती हैं। यह सिलसिला लगभग 80 साल से चला आ रहा है और यह आगे भी चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि इस्लाम में लिखा है कि अल्लाह की इबादत करने के लिए महिलाएं ईदगाह जा सकती है और नमाज अता कर सकती है। हम सभी इस देश में अमन शांति की दुआ करते है और हमारी युवा पीढ़ी देश की तरक्की के लिए कुछ ऐसा करे की हिंदुस्तान का पूरे विश्व में नाम हो।

अल्लाह की राह में कुर्बानी देने का त्योहार ईद उल अजहा पर गोरखपुर की विभिन्न छोटी बड़ी मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अता की गई। ईदगाह मुबारक खां शहीद पर भी मुस्लिम भाइयों ने पूरी अकीदत के साथ नमाज अता की और देश में अमन चैन की दुआ मांगी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस काफी मुस्तैद दिखी कोतवाली और गोरखनाथ क्षेत्र में ड्रोन कैमरे से नजर रखी गई।

आगे की स्लाइड में देखें फोटोज...

Tags: