जेटली ने कहा- एयर इंडिया के परिचालन से बाहर निकलने की बना रही है योजना

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि सरकार एयर इंडिया के परिचालन से बाहर निकलने की योजना बना रही है। जेटली ने डीडी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'जेट एयरवेज, इंडिगो, गोएयर जैसी कई निजी विमानन कंपनियां हैं। अगर 86 फीसदी विमानन बाजार निजी क्षेत्र संभाल सकता है तो 100 फीसदी भी निजी क्षेत्र द्वारा चलाया जा सकता है।' राष्ट्रीय यात्री विमानन कंपनी एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 14 फीसदी है और उस पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।

Update: 2017-05-27 15:26 GMT

नई दिल्ली : केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि सरकार एयर इंडिया के परिचालन से बाहर निकलने की योजना बना रही है। जेटली ने डीडी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'जेट एयरवेज, इंडिगो, गोएयर जैसी कई निजी विमानन कंपनियां हैं। अगर 86 फीसदी विमानन बाजार निजी क्षेत्र संभाल सकता है तो 100 फीसदी भी निजी क्षेत्र द्वारा चलाया जा सकता है।' राष्ट्रीय यात्री विमानन कंपनी एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 14 फीसदी है और उस पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।

एयर इंडिया पर करोड़ों का कर्ज

जेटली ने कहा, 'एयर इंडिया पर 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जबकि उसके विमानों का मूल्यांकन 20,000-25,000 करोड़ रुपए होगा। नागरिक विमानन मंत्रालय सभी संभावनाएं तलाश रहा है।'

कर्जों को कम करने की जरूरत

नागरिक विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने पहले कहा था कि एयर इंडिया के कर्जों को कम करने की जरूरत है तथा इसमें वित्तीय बदलाव के लिए बैलेंस शीट के पुर्नगठन की जरूरत है।

गैर-महत्वपूर्ण संपत्तियों का करें बेहतर उपयोग

सिन्हा ने कहा था, 'एयर इंडिया में कॉरपोरेट प्रशासन और बेहतर प्रबंधन को लागू करने की भी जरूरत है। इसके अलावा यह भी देखा जाना चाहिए कि एयर इंडिया की गैर-महत्वपूर्ण संपत्तियों का किस प्रकार से सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया जा सकता है।'

--आईएएनएस

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