ससुर के नहीं, नकली बुआ के छू रहीं है पैर- केशव प्रसाद मौर्य

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जीत के लिए डिंपल यादव अपनी नकली बुआ सास के पैर छू रही है, लेकिन अपने ससुर के पैर छूते हुए हमने और जनता ने उन्हें कभी नहीं देखा है।

Update: 2019-05-14 13:04 GMT
केशव बोले- अखिलेश अभी डिप्रेशन में है, आराम करे तो सही हो जायेंगे

लखनऊ : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जीत के लिए डिंपल यादव अपनी नकली बुआ सास के पैर छू रही है, लेकिन अपने ससुर के पैर छूते हुए हमने और जनता ने उन्हें कभी नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि यहां पर नकली बुआ को पीएम बनाने का सपना देखने वाले बबुआ अखिलेश का गठबंधन पूरी तरह से फेल होता दिख रहा है। पिता जी की जगह नकली बुआ को पीएम बनाने का सपना देख रहे अखिलेश यादव आजमगढ़ लोकसभा सीट से हार रहे हैं। जनता समझ रही है कि जो अपने पिता का नहीं हुआ, वह आखिर जनता का क्या होगा।

मौर्य ने कहा कि विपक्ष मिलकर मोदी को रोकना चाहते हैं और जनता मोदी जी को रोकने वाले को रोकना है और फिर से मोदी सरकार बनाना है। उन्होंने कहा कि जनता में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है और वह भाजपा को वोट देने के लिए पूरी तरह से उत्साहित है, लेकिन भ्रमित करने वाले लोगों से जनता को बचाना है। मंगलवार को देवरिया लोकसभा सीट के प्रत्याशी के लिए दो जगहों पर विजय संकल्प रैली के दौरान यह बात कही।

यह भी पढ़ें.....प्रियंका का मोदी पर तंज, कहा- मोदी का सच अब ‘लोगों के रडार’ पर है

उन्होंने कहा कि 2019 में मोदी के नाम की जो आंधी चलना शुरु हुई थी, वह छठा चरण होते-होते सुनामी में बदल गई है। मौर्य ने कहा कि कभी प्रदेश में जिन दलों की सरकार रहती थी, वह आज सब एक हो गए है। उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद देश में कुछ इस तरह से विकास की बयार चली कि 2017 में जनता की हवा के आगे सपा और बसपा ढेर हो गए। अब वह लोग अपना भविष्य बनाने के लिए फिर से एक हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि यूपी की बड़ी पार्टियों को मोदी जी के डर की वजह से गठबंधन करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अगर मोदी जी ने काम न किया होता, तो शायद इन्हें गठबंधन नहीं करना पड़ता, लेकिन यह लोग जान रहे हैं कि हम चुनाव हार रहे हैं।

मौर्य ने कहा कि जिस उम्मीद के साथ इन लोगों ने गठबंधन किया था, उसको सबक सिखाने का काम यूपी की जनता ने किया है। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह यहां पर तुष्टीकरण करके राजनीति की जा रही है उसको सबक सिखाने का काम इस बार यूपी की जनता करेगी। यूपी में जातीय आधार पर किया गठबंधन राजनीतिक है ।

यह भी पढ़ें......कांग्रेस ने अय्यर के बयान की निंदा की, PM पर लगाया ये आरोप

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गरीबों को सुविधाएं देने के लिए अभी सिर्फ भ्रष्टाचार को रोका है, तो देश में खुशहाली आने लगी है। जब देश में भ्रष्टाचारियों से रिकवरी होगी तो विकास के रास्ते और खुल जाएंगे। उन्होंने कहा मोदी जी की सरकार में सबको पूरा का पूरा एक रुपया मिल रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित आधी कांग्रेस जमानत पर है।

मौर्य ने कहा कि 1984 को लेकर दिया जा रहा बयान पूरी तरह से गलत था, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेसी नेता कह रहे हैं कि जो हुआ तो हुआ। उन्होंने कहा कि आखिर क्या ऐसी बयानबाजी करने वालों को जनता माफ करेंगी ? अब जनता ऐसे बयान देने वाले लोगों को सबक सिखाने जा रही है। उन्होंने कहा कि हम लोग एक बार फिर सभी सीटों पर जीतकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन करने के बाद भी यह लोग हारकर आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यहां पर नकली बुआ को पीएम बनाने का सपना देखने वाले बबुआ अखिलेश का गठबंधन पूरी तरह से फेल होता दिख रहा है। पिता जी की जगह नकली बुआ को पीएम बनाने का सपना देख रहे अखिलेश यादव आजमगढ़ लोकसभा सीट से हार रहे हैं। सिर्फ अखिलेश ही नहीं जनता राहुल गांधी को भी अमेठी से हराने जा रही है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से गरीब का बेटा पीएम बनने जा रहा है। जनता एक बार फिर से मोदी की जाति पूछने वाले लोगों को सबक सिखाने जा रही है। मोदी गरीब घर से आते हैं और उनकी जाति भी गरीबी है और गरीबों के हित में काम भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने गरीबों के हित में इतना काम किया है कि अब 55 साल तक राज करने वाले भी फिर से गरीबी मिटाने की बात कर रहे हैं।

मौर्य ने कहा कि पहले सेना पर हमले होने के बाद सेना को कार्यवाही की छूट नहीं थी। अब लेकिन मोदी सरकार में गोली का जवाब गोला के रूप में देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की सेना ने एयरस्ट्राइक करके साबित कर दिया है कि अगर हमें कोई आंख दिखाएगा तो हम उसको जवाब देने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सब मोदी जी की वजह से ही संभव हुआ है। अगर मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री होते तो फिर से देश चुप बैठ जाता। लेकिन मोदी सरकार अगर इतना साहस न दिखी तो फिर बालाकोट की घटना किसी भी तरह से संभव नहीं थी।

Tags: